गहलोत सरकार खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने का कार्य कर रही: कटारिया
राजस्थान में विधानसभा प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार निकाय चुनावों में बाड़ाबंदी एवं खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने का कार्य कर रही हैं

उदयपुर। राजस्थान में विधानसभा प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार निकाय चुनावों में बाड़ाबंदी एवं खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने का कार्य कर रही हैं।
कटारिया ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि राज्य सरकार ने निकाय चुनावों के परिणाम आने के दस दिन बाद बोर्ड़ के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव कार्यक्रम इसलिए तय करवाया गया ताकि इस दौरान पार्षदों की खरीद फरोख्त हो सके। उन्होंने कहा कि होना यह चाहिये कि परिणाम के दो दिन में ही बोर्ड अध्यक्ष का चुनाव होना चाहिये ताकि खरीद फरोख्त का मौका ही नही मिल सके।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने सरकारी मशीनरी का दुरूपयेाग करते हुये सभी नगरपालिकाओं में पुर्नगठन के मामले में हेराफेरी की है तथा धर्म विशेष के लोगों के वार्डो के साजिश के तहत अलग किया ताकि वहां कांग्रेस के सदस्य जीत सके।
कटारिया ने बताया कि राज्य में अपराध एवं दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्वि हो रही हैं। वह जब गृहमंत्री थे तो महिला अपराध में राज्य कमी हुई थी तथा देश में चैथे नंबर पर पहुंच गया था लेकिन इसके पिछले छह आठ महिनों में महिला अपराध के मामले में राजस्थान फिर देश में पहले नंबर पर आ गया है।
देश में चल रहा किसान आंदोलन के संबंध में पुछे गये एक सवाल के जवाब में श्री कटारिया ने कहा कि कांग्रेस लोगों को गुमराह कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में कृषि कानून को लेकर कांग्रेस के नेता किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं लेकिन,असल में यह कृषि विधेयक स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर बना है। इसे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, शरद पंवार सहित कई कांग्रेस के आला नेताओं ने ही तैयार किया था।
उन्होंने प्रदेश की गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में जनता से जुड़ा कोई काम नहीं हुआ। जिन वादों पर सरकार चुनकर आई उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दो वर्षो के कार्यकाल में प्रदेश सरकार की बस एक यही उपलब्धि है कि उन्होंने भ्रष्टाचार उद्योग पैदा कर दिया। इसमें जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारी सब लिप्त हैं।


