महिला अपराध पर अंकुश लगाने में असफल रही गहलोत सरकार: भाजपा
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने राज्य की गहलोत सरकार पर महिला अपराध पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने राज्य की गहलोत सरकार पर महिला अपराध पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर है और सड़क, अस्पताल, स्कूल एवं थाने कोई जगह सुरक्षित नहीं बची है।
भाजपा के प्रदेश अध्य्क्ष डा सतीश पूनियां ने आज सोशल मीडिया के जरिए महिला अपराध की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि जो सरकार शुरू से आज तक गृहयुद्ध में उलझी हो, जिसके मुखिया को यह भय रहे कि कल सुबह मेरी कुर्सी रहेगी या नहीं, ऐसा भयाक्रांत गृह- मंत्री भी हो तो ऐसे हालात में क्या होगा।
उन्होंने कहा " मुख्यमंत्री जी प्रदेश महिला अपराध में तीन वर्ष से सिरमौर है और आपकी तानाशाही अपराधियों पर नहीं कहीं और है।"
इसी तरह भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमन्त्री वसुंधरा राजे ने कहा कि ना सड़कें सुरक्षित, ना अस्पताल सुरक्षित, ना थाने और ना ही स्कूल सुरक्षित। राजस्थान में बेटियों पर अत्याचार के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
वसुंधरा राजे ने कहा कि रुकेंगे भी कैसे, पिछले डेढ़ साल से राज्य सरकार बहन-बेटियों की इज्जत बचाने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने के प्रयासों में जुटी हुई है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पुलिस थाना, अस्पताल, दफ्तर और अब स्कूल, राजस्थान में बहनें-बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। कटारिया ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध अपने चरम पर है और राज्य सरकार, है भी या नहीं, कानून का किसी को भी भय नहीं।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि आज प्रदेश में पुलिस का इकबाल समाप्त हो चुका है। मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत के स्वयं गृहमंत्री होने के बाद हालात ऐसे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा कोई दिन नहीं जब महिलाओं के साथ बलात्कार,अपहरण, यौन शोषण और हत्या जैसे अपराधों की गूंज मरूधरा में सुनाई नहीं देती हो। जागो सरकार जागो।
राठौड़ ने कहा कि कहां सुरक्षित हैं हमारी बेटियां, गहलोत सरकारको जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में राजस्थान की बेटियों व महिलाओं की सुरक्षा आज सबसे बड़ा चिंता का विषय बन गया है। सार्वजनिक स्थल, हाईवे,अस्पताल और अब स्कूल सभी जगहों पर इनकी सुरक्षा के मामले में राज्य सरकार पूर्णत: नाकाम साबित हुई है।


