महंगी कार चोरी कर बेचने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार
कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर से वाहन चोरी कर उसे मणिपुर समेत उत्तर राज्य में बेचने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है

नोएडा। कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर से वाहन चोरी कर उसे मणिपुर समेत उत्तर राज्य में बेचने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए वाहन चोर के गिरोह में करीब 20 से ज्यादा लोग हैं। यह लोग दिल्ली-एनसीआर में नई और महंगी कार को चोरी कर महज दो मिनट के भीतर ही इलेक्ट्रॉनिक प्रोग्रामिंग वाले उपकरण की मदद से अनलॉक कर देता हैं। इसके बाद कार को एक या दो दिल मॉल या सोसायटी की पार्किंग में खड़ी कर देते हैं। इस दौरान गाड़ी के चेसिस नंबर के आधार मणिपुर से उसके फर्जी कागजात तैयार कर लेते है। कार के फर्जी कागजात मंगाकर सडक़ मार्ग से उसे मणिपुर भेज देते हैं।
एएसपी अमित कुमार ने बताया कि आरोपित की पहचान अरकान के रुप में हुई है। अरकान मूलरुप से संभल का रहने वाला है। आरोपित पर कुल 31 मुकदमे दर्ज हैं। करीब दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। एएसपी ने बताया कि यह गैंग नई स्विफ्ट को 2 लाख रुपए तक और क्रेटा को 4 लाख रुपए तक में सेकेंड हैंड की बताकर पूरे कागजात के साथ बेच देता है। उत्तर राज्य में ऐसी गाड़ियों की काफी डिमांड है।
इसलिए इनका गैंग ऑन डिमांड भी गाड़ियां चुराकर उन्हें सप्लाई करता था। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से एक स्विफ्ट कार बरामद हुई है। चोर की निशानदेही से वाहन चुराने से पहले रेकी करने में प्रयोग की जाने वाली 4 बाइक को भी बरामद किया गया है।
एएसपी अमित कुमार ने बताया कि 2012 से पहले तक अरकान संभल व गाजियाबाद इलाके में कई लूटपाट व डकैती को भी अंजाम दे चुका है। संभल में 20 लाख की डकैती को अंजाम दिया था। इसके अलावा हत्या के प्रयास में भी जेल जा चुका है। 2012 में वह दिल्ली से एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद हुआ था।
उस दौरान उसकी मुलाकात मणिपुर के वाहन चोरों के गैंग लीडर अरमान से हुई। अरमान ने ही उसे कार को महज 2 मिनट में चुराने का टिप्स दिया था। तिहाड़ से छूटने के बाद लूटपाट करना छोड़ अरकान वाहन चोरी में शामिल हो गया।
5 साल में ही बना करोड़पति, खुद ड्राइवर रखता है और गैंग चलाता है ॉ
आरोपी चोर अरकान ने पुलिस को बताया कि वह पढ़ा-लिखा नहीं है लेकिन नई गाड़ियां चुराकर वह 5 साल में ही करोड़पति बन गया। उसके गैंग में नई गाड़ियां चुराने का काम परवेज के हाथों में है। वह अपने साथियों से मिलकर सिर्फ स्विफ्ट और क्रेटा जैसी गाड़ियों को ही टारगेट कर चोरी करता है। इसके बाद अरकान इसे बेचने से लेकर पैसे जुटाने और सभी सदस्यों को पेमेंट देने की जिम्मेदारी निभाता था
1 घंटे मोबाइल बंद होते ही साथी फोन बंद कर छिप जाते हैं
पुलिस ने बताया कि इस गैंग का दिल्ली-एनसीआर में नेटवर्क चलाने वाले अरकान को पकड़ लिया गया मगर इसके साथी भाग निकले। दरअसल, कोतवाली सेक्टर-39 एरिया में इसका पुलिस ने जब पीछा किया तो भागते समय अरकान का मोबाइल फोन नाले में गिर गया।
इसके बाद पुलिस ने पकड़कर उससे पूछताछ के बाद साथियों तक ले जाने के लिए बोला तब तक एक घंटे बीत चुके थे। ऐसे में उसके साथी भी अपने फोन बंद कर भाग निकले थे।
इस बारे में अरकान ने बताया कि उसने गैंग को पहले ही समझाया था कि जब किसी साथी का फोन एक घंटे तक बंद रहे तब सभी लोग अपने मोबाइल को बंद कर छिप जाया करेंगे।


