गोमुख से गंगा सद्भावना यात्रा गंगासागर तक : राजेंद्र सिंह
गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए गोमुख से 'गंगा सद्भावना यात्रा' शुरू की गई है

ग्वालियर। जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने यहां आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने को गंगा का बेटा बताया था, मगर उनके शासनकाल में गंगा पहले से कहीं ज्यादा गंदी हो गई है। गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए गांधी जयंती पर गोमुख से 'गंगा सद्भावना यात्रा' शुरू की गई है।
यह यात्रा 14 जनवरी मकर संक्रांति को गंगासागर में जाकर पूरी होगी। जनांदोलन-2018 में हिस्सा लेने ग्वालियर आए सिंह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा के लिए अपने को समर्पित करने का वादा किया था, मगर किया कुछ नहीं, यही कारण है कि गंगा पहले से कहीं ज्यादा अब प्रदूषित हो गई है।
यह संवेदनशून्यता की हद है कि एक वैज्ञानिक डॉ. जी.डी. अग्रवाल (स्वामी ज्ञान सानंद) को हरिद्वार में उपवास करते हुए 104 दिन हो गए हैं, मगर सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है।
सिंह ने बताया कि इस यात्रा की विधिवत शुरुआत गांधी जयंती पर गोमुख से हुई है, यह यात्रा गंगा के विभिन्न स्थानों से होती हुई 14 जनवरी को मकर संक्रांति को गंगा सागर में खत्म होगी।
सिंह ने बताया है कि गंगा भक्तों की मांग है कि गंगा को अविरल व निर्मल बनाया जाए, जिससे गंगा की पवित्रता बनी रहे। कई स्थानों पर तो गंगा का जो हाल है वह बयां तक नहीं किया जा सकता। केंद्र की सरकार जो उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रही है, वह दुखद है। गंगा के नाम का सहारा लेकर सत्ता में आए और गंगा को ही भुला दिया।
राजेंद्र सिंह के अनुसार, इस यात्रा में गंगा भक्त, वैज्ञानिक सहित नदियों के हितैषी हिस्सा ले रहे हैं। इस यात्रा के जरिए समाज केा गंगा की बदहाली से अवगत कराया जाएगा, ताकि वादाखिलाफी करने वाली सरकार और नेताओं की वास्तविकता से अवगत कराया जा सके।


