गांधी जी स्वच्छता को ही पूजा मानते थे: कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर आज उन्हें याद करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों को जल्द हासिल करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी

नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर आज उन्हें याद करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों को जल्द हासिल करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर श्री कोविंद ने अपने संदेश में कहा कि यह अवसर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों और विचारों के प्रति खुद को समर्पित करने का है।
श्री कोविंद ने कहा कि गांधी जी स्वच्छता को ही पूजा मानते थे। उन्होंने दिल ,दिमाग और पर्यावरण की स्वच्छता पर जोर दिया।
उन्होंने गांधी जयंती के मौके पर लोगों से सार्वजनिक, निजी एवं पर्यावरण की सफाई के लिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया।
श्री कोविंद ने कहा कि आज भारत ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ के जरिये साफ -सफाई का निर्णायक युद्ध लड़ रहा है।
साफ -सफाई सिर्फ सफाई कर्मियों या सरकारी विभागों की जिम्मेदारी नहीं है।
गांधीजी जी को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वह सादगी भरा जीवन जीते थे और नैतिक मूल्यों वाले व्यक्ति थे।
उन्होंने अपने नेतृत्व से देश को नयी दिशा दी।
राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जी का दर्शन अहिंसा और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की प्रासंगिकता मौजूदा समय में बढ़ती जा रही है ।
चरखा और खादी के प्रतीक के जरिये उन्होंने आत्मनिर्भरता और श्रम की गरिमा के संदेश पर जोर दिया।


