बेहतरी के लिए भविष्य की चुनौतियों को समझे भावी पीढ़ी : कमलनाथ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भावी पीढ़ी को भविष्य की चुनौतियों को समझकर अपने देश-प्रदेश के नवनिर्माण को एक ऐसा आकार देना होगा जिससे आने वाले समय में लोग सम्मान के साथ बेहतर जीवन जी सके

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भावी पीढ़ी को भविष्य की चुनौतियों को समझकर अपने देश-प्रदेश के नवनिर्माण को एक ऐसा आकार देना होगा जिससे आने वाले समय में लोग सम्मान के साथ बेहतर जीवन जी सके।
श्री कमलनाथ ने एक समाचार-पत्र द्वारा क्विज कॉम्पीटीशन में चयनित विभिन्न जिलों के स्कूली बच्चों के साथ अपने निवास पर संवाद किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण, बढ़ता हुआ शहरीकरण और शिक्षा हमारे सामने एक ऐसी चुनौती है जिसका अगर हमने समय पर समाधान नहीं किया तो हम अपने लोगों के साथ अन्याय करेंगे। उन्होंने बच्चों के साथ क्रिकेट भी खेला।
उन्होंने ग्वालियर से आयी एक बच्ची द्वारा ट्रेफिक के कारण हो रही दिक्कत के सवाल पर कहा कि आज शहरों के ऊपर आबादी का बढ़ता हुआ बोझ एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जब शहरों का निर्माण और विकास हुआ तब सारी व्यवस्थाएँ मौजूदा आबादी को ध्यान में रखकर की गई। उन्होंने कहा कि चाहे सीवेज हो, पेयजल हो, आवागमन की सुविधाएँ हो, आज जब शहरीकरण बढ़ा तो न केवल ट्रैफिक की बल्कि और कई समस्याएँ भी सामने आयी। उन्होंने कहा कि हमारी सड़कों की डिजाइन दो पहिया वाहनों के हिसाब से ही की गई थी। आज चार पहिया वाहनों की बाढ़ से न केवल हमारी सड़कों पर बोझ बढ़ा है बल्कि ट्रेफिक भी बाधित हुआ है।
उन्होंने दिल्ली के गुरूग्राम और नोएडा तथा बम्बई के थाने एवं नवी मुंबई का उदाहरण देते हुए बताया कि अगर इनका निर्माण नहीं होता तो दिल्ली, मुम्बई के हालात और भी खराब होते। उन्होंने बताया कि शहरों के मास्टर प्लान बना रहे हैं। शहरों का विस्तारीकरण इस दृष्टि के साथ कर रहे हैं कि हम वहाँ वे सारी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराये जो रहवासियों के लिए आवश्यक हैं।


