Top
Begin typing your search above and press return to search.

अभिलेखागार में सुधार के लिए 50 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी

दिल्ली कैबिनेट ने दिल्ली अभिलेखागार के कामकाज में सुधार के लिए फैसले लिए। कैबिनेट ने दिल्ली अभिलेखागार में भवनों के निर्माण और विकास के लिए 50 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी है

अभिलेखागार में सुधार के लिए 50 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी
X

नई दिल्ली। दिल्ली कैबिनेट ने दिल्ली अभिलेखागार के कामकाज में सुधार के लिए फैसले लिए। कैबिनेट ने दिल्ली अभिलेखागार में भवनों के निर्माण और विकास के लिए 50 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी है। दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली कला और संस्कृति पारिस्थितिकी को संरक्षित करने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

2020 में, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सांस्कृतिक परिसर 'कला कुंज' की आधारशिला रखी थी। इसका उद्देश्य दिल्ली के नागरिकों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहां वे डिजिटल रूप में ऐतिहासिक दस्तावेजों को देख सकें और संस्कृति कार्यक्रमों में भाग ले सकें। सीड मनी के रूप में दिल्ली पर्यटन परिवहन विकास निगम को दिल्ली अभिलेखागार विभाग के साथ काम्प्लेक्स के निर्माण के लिए 3 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि देने को मंजूरी दी गई है।

साथ ही दिल्ली कैबिनेट द्वारा दिल्ली अभिलेखागार विभाग को कोरोना काल के दौरान में हुए नुकसान और अभिलेखों के रखरखाव के लिए दिल्ली सरकार द्वारा 1.32 करोड़ की राशि जारी करने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे कैबिनेट ने मंजूरी प्रदान कर दी है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली अभिलेखागार विभाग में दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के करीब 10 करोड़ पन्नों के अभिलेखों का रखरखाव किया जाता है।

दिल्ली में अभिलेखों के संरक्षण पर आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र शुरू किया गया है। दिल्ली सरकार के मुताबिक कुछ सरकारी कार्यालयों में पुराने दस्तावेजों के बंडल बेहद खराब तरीके से रखे मिलते हैं, जबकि कुछ कार्यालयों में काफी अच्छी तरह सहेजकर रखा जाता है। कुछ रचनात्मक अफसरों की पेशेवर कला के कारण यह संभव होता है। उस कला को प्रोफेशनल तरीके से भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए दिल्ली अभिलेखागार में हर तीन माह पर 60 युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

दिल्ली में गुरुवार को यहीं 'कला कुंज' का भी शिलान्यास किया गया। 'कला कुंज' में शानदार ऑडियो विजुअल सुविधाओं सहित 500 दर्शक क्षमता वाला अत्याधुनिक सभागार होगा। इसमें अभिलेखागार, कला प्रदर्शनी, पुस्तकालय, कैफे जैसी सुविधाएं भी होंगी। यह दिल्ली के नागरिकों के लिए सांस्कृतिक एवं बौद्धिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण केंद्र होगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it