झारखंड में पहली बार विद्वेष और बदले की राजनीति की शुरुआत हो रही है: रघुवर दास
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने करीब छह साल पुराने एक मामले में नई धाराएं जोड़ने को लेकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा प्रहार किया

रांची।झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने करीब छह साल पुराने एक मामले में नई धाराएं जोड़ने को लेकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए बुधवार को कहा कि प्रदेश में पहली बार विद्वेष और बदले की राजनीति की शुरुआत हो रही है।
रघुवर दास ने आज यहां कहा कि सूचना मिली है कि झारखंड सरकार ने छह साल पुराने राज्यसभा चुनाव 2016 मामले में नयी धाराएं जोड़ कर उन्हें इसमें शामिल करने का प्रयास कर रही है। यदि ऐसा है तो इस निर्णय का स्वागत करता हूं। पिछले लगभग चार साल से मामले की जांच चल रही है लेकिन मामले में कुछ नहीं मिल पाया, तो मामले को जीवित रखने के लिए सरकार के इशारे पर कुछ काबिल अधिकारियों ने इसमें नयी धाराएं जोड़ने का प्रयास शुरू किया हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि झारखंड में पहली बार विद्वेष और बदले की राजनीति की शुरुआत हो रही है। लेकिन किसी को यह भूलना नहीं चाहिए कि यहां कुछ भी शाश्वत नहीं है। दरअसल यह 2024 की तैयारी है। श्री सोरेन चुनाव तक यह मामला खींचना चाहते हैं। जो अधिकारी यह सोच रहे हैं कि अभी गंदगी फैला लेंगे और 2024 तक रिटारमेंट के बाद आराम की जिंदगी बसर करेंगे, तो यह उनकी भूल है। सभी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। गलत करके बचने की उम्मीद छोड़ दें।
रघुवर दास ने कहा कि उनका सरकार एवं उनके काबिल अधिकारियों से यह आग्रह है कि कानून की किताब से और जितनी तरह की धाराएं इस मामले में जोड़ी जा सकती हैं, उसे जोड़ कर लगा लें वह डरनेवाले लोगों में नहीं हैं। उनका जीवन खुली किताब है, जो चाहे इसे पढ़ सकता है।


