कड़ाके की ठंड से कई स्थानों पर जमी ओस की बूंदे
पंड्रापाठ क्षेत्र में तीन दिनों से लोग बर्फ का लुफ्त उठा रहे हैं। दुर्ग जिले से आए सैलानी संजय चौबे ने बताया कि जशपुर जिले में पहाड़ों की रानी के नाम से विख्यात मसूरी से भी सुखद नजारा देखने को मिल रहा

पत्थलगांव। छत्तीसगढ़ में जशपुर जिले का पंड्रापाठ, कैलाश गुफा, खुड़ियारानी गुफा क्षेत्र में इन दिनों न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक पहुंच जाने से सुबह ओस की बूंदें बर्फ में बदली हुई दिखाई दे रही हैं। बगीचा के आसपास पहाड़ियों पर सुबह बर्फ का नजारा देखने के लिए दूर दूर से आने वाले सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है।
यहां पंड्रापाठ क्षेत्र में तीन दिनों से लोग बर्फ का लुफ्त उठा रहे हैं। दुर्ग जिले से आए सैलानी संजय चौबे ने बताया कि जशपुर जिले में पहाड़ों की रानी के नाम से विख्यात मसूरी से भी सुखद नजारा देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यहां वाहनों का शोरगुल नहीं होने दूर दूर तक सुखद जलवायु का नजारा देखने को मिल रहा है।
रविवार को यहां न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बगीचा जनपद उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि इन दिनों बगीचा सबसे ठंडा इलाका बन गया है। यहाँ कई दिनों से कड़ाके की ठंड और बर्फीले हवाएं चलने से शाम छह बजे से ही बाजार बंद हो जा रहा है। पंड्रापाठ क्षेत्र में जल स्त्रोत के किनारों पर बर्फ की पतली परत जम जा रही है। शीत लहर की ठंड के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो जा रहा है। कड़ाके की ठंड से बगीचा तहसील में लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।


