ललित सुरजन की कलम से- कश्मीर: पाक की भेड़िया नीति
आपने हमें भेडिय़ों के सामने फेंक दिया है

''आपने हमें भेडिय़ों के सामने फेंक दिया है।''
'यह प्रसंग भारत विभाजन के समय का है। अविभाजित देश के उत्तर-पश्चिमी सीमांत प्रांत में सीमांत गांधी या बादशाह खान के नाम से समूचे देश में लोकप्रिय खान अब्दुल गफ्फार खान का सिक्का चलता था। उनका प्रदेश पाकिस्तान के साथ शामिल नहीं होना चाहता था।
अंतरिम चुनावों में मुस्लिम लीग को इस लगभग शत-प्रतिशत मुस्लिम प्रांत में पराजय का सामना करना पड़ा था। फिर भी यह भूगोल की वास्तविकता थी कि प्रदेश भारत के साथ न रहकर पाकिस्तान के साथ जाता।
सीमांत गांधी इससे मर्माहत थे और तब उन्होंने अपने नेता याने महात्मा गांधी से दुखी होकर कहा था कि आपने हमें भेडिय़ों के सामने फेंक दिया है। किन्तु यह एक ऐसी कठोर सच्चाई थी जिसे न गांधी बदल सकते थे और न कांग्रेस का कोई अन्य नेता।
भारत की मुख्य भूमि से अलग-थलग प्रदेश कैसे भारत का हिस्सा बनता! आगे चलकर हमने देखा कि बंगलादेश के निर्माण में इस तरह की ही भौगोलिक स्थिति ने किसी हद तक योगदान किया।'
(देशबंधु में 28 जुलाई 2016 को प्रकाशित)
https://lalitsurjan.blogspot.com/2016/07/blog-post_28.html


