भारत व मालदीव के बीच दोस्ताना संबंध : राष्ट्रपति
हम हमेशा मालदीव के समाजिक-आर्थिक विकास के लिए तैयार हैं

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से कहा कि भारत और मालदीव के बीच 'एक अनोखा विशिष्ट, करीबी और दोस्ताना' संबंध है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कोविंद ने यह टिप्पणी मालदीव के मंत्री से मुलाकात के बाद की।
भारत में शाहिद और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि नई दिल्ली और माले के बीच 'एक अनोखा विशिष्य, करीबी और दोस्ताना' संबंध है।
उन्होंने कहा, "भारत सरकार के समावेशी विकास के दृष्टिकोण का विस्तार मालदीव समेत हमारे पड़ोसी देशों तक भी है। हम हमेशा मालदीव के समाजिक-आर्थिक विकास के लिए तैयार हैं।"
मालदीव सरकार ने एक 100-दिवसीय कार्ययोजना लांच की है, जिसके बारे में कोविंद ने कहा कि यह 'लोगों के लिए केंद्रित और मालदीव के लोगों की जिंदगियों को बदलने के उद्देश्य से' लाई गई है।
राज्यपाल ने 21 नवंबर को विधानसभा को भंग कर दिया, जब पीडीपी ने कांग्रेस के समर्थन और नेशनल कांफ्रेंस के बाहर से समर्थन से सरकार बनाने का दावा किया था।
इसके तुरंत बाद सज्जाद लोन ने भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विद्रोही विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का जवाबी दावा किया था।


