स्वतंत्रता सेनानी पैन्यूली का निधन, भारत छोड़ो आंदोलन में भी थे शामिल
पूर्व कांग्रेस सांसद और स्वतंत्रता सेनानी परिपूर्णानंद पैन्यूली का यहां 94 साल की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे

देहरादून। पूर्व कांग्रेस सांसद और स्वतंत्रता सेनानी परिपूर्णानंद पैन्यूली का यहां 94 साल की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे।
टिहरी जिले में पैदा हुए पैन्यूली ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था। बाद में मेरठ बम विस्फोट मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा था।
मेरठ जेल से रिहा होने के बाद पैन्यूली टिहरी गए, जहां उन्होंने टिहरी साम्राज्य के खिलाफ एक आंदोलन शुरू किया। उन्हें फिर जेल में डाल दिया गया, लेकिन कुछ समय बाद वह जेल से भाग गए।
जेल से भागने के बाद पैन्यूली गोविंद बल्लभ पंत जैसे शीर्ष भारतीय नेताओं से मिले, जिन्होंने उन्हें टिहरी राजशाही के खिलाफ लोकतंत्र के लिए लड़ने की सलाह दी। उन्हें 1947 में फिर गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन टिहरी गढ़वाल के 1949 में भारतीय संघ में विलय से पहले उन्हें रिहा कर दिया गया।
पैन्यूली 1971 में कांग्रेस के टिकट पर टिहरी से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंने महाराजा मानवेंद्र शाह को पराजित किया था। पैन्यूली एक पत्रकार के रूप में कुछ राष्ट्रीय दैनिक समाचार-पत्रों से भी जुड़ रहे थे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पैन्यूली के निधन पर शोक जताया है। वह रविवार को यहां वसंत विहार स्थित उनके घर भी जाएंगे।


