मितानिनों को प्रशिक्षण देने आईं चार महिलाएं फूड पायजनिंग की शिकार
मितानिनों के प्रशिक्षण शिविर में बने भोजन खाने से चार महिलाओं की तबियत बिगड़ गई

बिलासपुर। मितानिनों के प्रशिक्षण शिविर में बने भोजन खाने से चार महिलाओं की तबियत बिगड़ गई। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। जांजगीर जिले से 4 मास्टर ट्रेनर महिला मितानिनों को प्रशिक्षण देने बिरकोना स्थित अशोक वाटिका में चल रहे शिविर में आई थी।
जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती जांजगीर निवासी मास्टर ट्रेनर हेमलता कुर्रे मालखरौदा, उमेश्वरी देवी पति नंदकिशोर, नर्मदा पति खेलाराम, अंजू पति चंद्रशेखर ने बताया कि वह मितानिनों को प्रशिक्षण देने के लिए बिरकोना स्थित अशोक वाटिका आये थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद भोजन किया उसके बाद रात को सरकंडा में अपने रिश्तेदारों के यहां चले गये।
सुबह अचानक पेट में दर्द व उल्टी होने लगा जिससे तुरंत 108 बुलाकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने फूड पाइजनिंग होने की बात कहकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया। जहां दो बोतल ग्लूकोस चढ़ाया गया है। फिलहाल तीनों महिलाओं की हालत सामान्य है। देर रात या सुबह तक उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि शासकीय प्रशिक्षण शिविर के कार्यक्रमों में बनने वाले भोजन की गुणवत्ता निम्रस्तर की होती है। जिससे ऐसे मामले सामने आते हैं। पूर्व में भी ऐसे कई घटनाएं सरकारी प्रशिक्षण शिविरों में हो चुके हैं। उसके बाद भी शासन द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कई शिविरों में पूर्व में भी विषाक्त भोजन खाने से कई लोगों की तबियत बिगड़ चुकी है।


