चार दर्जन नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता
दिल्ली नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को हराने के लिए मैदान में उतरे करीबन चार दर्जन कांग्रेसी नेताओं को अनुशासन समिति ने छह वर्ष के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है...

नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को हराने के लिए मैदान में उतरे करीबन चार दर्जन कांग्रेसी नेताओं को अनुशासन समिति ने छह वर्ष के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासनात्मक कमेटी की बैठक समिति के अध्यक्ष डा. नरेन्द्र नाथ ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया और इसके बाद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में पार्टी के खिलाफ काम करने वाले 16 से अधिक लोगों की सूची को मंजूरी दे दी गई।
इसी तर्ज पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम में चुनाव लड़े 17 उम्मीदवारों को कांग्रेस से बाहर कर दिया गया। पूर्वी दिल्ली के 15 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निगम चुनाव 2017 में कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ बागी उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़े उन्हें भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया।
अनुशासनात्मक कमेटी ने यह निर्णय निगम चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों से प्राप्त शिकायतों जिसमें बागी उम्मीदवारों की पार्टी विरोधी गतिविधियों पर चर्चा करने के बाद लिया गया। डा0 नरेन्द्र नाथ के अलावा कमेटी के अन्य सदस्य महमूद जिया, सुरेन्द्र कुमार और श्रीमती आभा चौधरी शामिल थी। इतना ही नहीं कमेटी ने यह भी निर्णय लिया कि जो महिलाएं बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ी उनके पतियों को भी पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया।
हालांकि इसके अलावा भी दर्जनों नेताओं की शिकायतें मिली थीं इस पर डा. नरेंद्र नाथ ने कहा कि जिनके खिलाफ शिकायतें आई हैं उनकी छानबीन करके उचित कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल सहित कई नेताओं ने चुनाव से ठीक पहले बयानबाजी की कांग्रेसी नेताओं व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे।


