पार्टी की कप्तानी करते हुये बिहार में चार उम्मीदवार पहली बार चुनावी मैदान में
बिहार में इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में जोर आजमाने के लिए चार ऐसे उम्मीदवार हैं, जो अपनी पार्टी का कप्तान रहते हुये पहली बार चुनावी रण में उतरे हैं

पटना। बिहार में इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में जोर आजमाने के लिए चार ऐसे उम्मीदवार हैं, जो अपनी पार्टी का कप्तान रहते हुये पहली बार चुनावी रण में उतरे हैं।
सतरहवें लोकसभा चुनाव (2019) में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कप्तान जीतनराम मांझी, जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी और जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) के अध्यक्ष अनिल कुमार ऐसे उम्मीदवार हैं, जो अपनी पार्टी की कप्तानी करते हुये दाव आजमाने के लिए के पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। इस बार का चुनाव इन कप्तानों के लिए अग्निपरीक्षा भी मानी जा रही है।
लोकसभा चुनाव का अखाड़ा अब सज गया है। इसमें अपनी-अपनी पार्टी की कप्तानी करते हुये लड़ने वाले चारो पहलवान भी सामने आ गये हैं। चुनावी अखाड़े में बाजी मारने के लिए दावपेंच भी खूब चले जा रहे हैं।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के खराब प्रदर्शन से निराश पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर श्री जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री के पद पर बैठाया था। कुछ माह तक सब कुछ ठीक रहा लेकिन बाद में श्री मांझी के सुर बदल गए।
इसके बाद उन्होंने जदयू से नाता तोड़कर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नाम से एक नई पार्टी का गठन कर लिया। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक के रूप में 20 सीटों पर चुनाव लड़ी, जिनमें से मात्र एक सीट पर ही वह जीत सकी थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में हम पहली बार महागठबंधन के घटक के रूप में तीन संसदीय क्षेत्रों में उतरी है।


