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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन, लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में थे भर्ती

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राममंदिर आंदोलन के पोस्टर ब्याव रहे कल्याण सिंह का शनिवार को संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन, लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में थे भर्ती
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राममंदिर आंदोलन के पोस्टर ब्याव रहे कल्याण सिंह का शनिवार को संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया। पीजीआई की ओर से मिली जानकारी के अनुसार यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। उन्हें 4 जुलाई को संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया था। लंबी बीमारी के बाद उनके सभी अंग धीरे-धीरे फेल होने के कारण उन्होंने आज अंतिम सांस ली।

कल्याण सिंह की हालत गंभीर होने पर चार जुलाई को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया। उन्हें क्रिटिकल केयर आईसीयू में रखा गया था। संस्थान के क्रिटिकल केयर, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई थीं।

कल्याण सिंह को 4 जुलाई को नाजुक अवस्था में पीजीआई शिफ्ट किया गया था। क्रिटिकल केयर मेडिसिन के आईसीयू में उपचार होने के करीब चार दिन बाद कल्याण की तबीयत में काफी सुधार हुआ। वह लोगों से बातचीत करने के साथ उनका जवाब भी दे रहे थे। 17 जुलाई को सांस लेने में तकलीफ बढ़ने पर ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। अगले दिन फेफड़ों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन न मिलने पर 18 जुलाई को गले में नली (नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन) डाली गई। ज्यादा दिक्कत बढ़ने पर 21 जुलाई को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया।

भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक कल्याण सिंह का पार्टी के साथ ही भारतीय राजनीति में कद काफी विशाल था। अयोध्या के विवादित ढांचा के विंध्वस के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह भाजपा के कद्दावर नेताओं में से एक थे। कल्याण सिंह का जन्म 6 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम तेजपाल लोधी और माता का नाम सीता देवी था। कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अतरौली के विधानसभा के सदस्य थे। वह बुलंदशहर तथा एटा से लोकसभा सदस्य भी रहने के साथ राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे। राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल समाप्त करने के बाद कल्याण सिंह ने लखनऊ में आकर एक बार फिर से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।


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