पूर्व केंद्रीय मंत्री दासमुंशी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार थे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दास मुंशी युवा अवस्था से ही राजनीति में आ गये थे और जल्दी ही पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार किये जाने लगे थे।

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दास मुंशी युवा अवस्था से ही राजनीति में आ गये थे और जल्दी ही पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार किये जाने लगे थे।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में बतौर सूचना प्रसारण मंत्री रहते हुए उन्हें 12 अक्टूबर 2008 को मस्तिष्काघात हुआ था जिसके बाद वह कोमा में चले गये थे।
पूर्वी बंगाल के चिरीबांदेर (अब बंगलादेश ) में 13 नवम्बर 1945 को जन्मे दासमुंशी 1970 से 71 के दौरान युवा कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष रहे। वह 1971 में कोलकाता दक्षिण सीट से लोकसभा के लिए चुने गये थे। इसके बाद वह 1984 और 1996 में हावड़ा सीट से तथा 1999 और 2004 में राजगंज लोकसभा सीट से चुने गये।
दासमुंशी पहली बार 1985 में केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किये गये और उन्हें वाणिज्य राज्य मंत्री बनाया गया। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में 2004 में वह सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य मंत्री बनाये गये थे। सूचना प्रसारण मंत्री के तौर पर वह काफी चर्चा में रहे। कभी एएक्सएन और फैशन टीवी पर प्रतिबंध को लेकर तो कभी खेलों का प्रसारण अधिकार दूरदर्शन को दिलाने को लेकर।
वर्ष 1994 में उनका दीपा दासमुंशी से विवाह हुआ जो 2009 से 2014 तक लोकसभा सदस्य और 2012 से 2014 तक केंद्र में शहरी विकास राज्य मंत्री रही हैं।
दासमुंशी की खेलों में भी खास दिलचस्पी थी। वह करीब 20 साल तक ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष भी रहे। वह 2006 में फीफा विश्व कप में मैच कमिश्नर का पद हासिल करने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और क्रोएशिया के बीच खेले गए ग्रुप स्तर के मैच में इस पद की जिम्मेदारी संभाली थी।


