पावर कारपोरेशन के पूर्व एमडी हिरासत में
उत्तर प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा ने आज पावर कारपोरेशन के पूर्व महाप्रबन्धक अयोध्या प्रसाद मिश्र को हिरासत में लिया और किसी अज्ञात जगह पर उनसे पूछताछ कर रही है ।

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा ने आज पावर कारपोरेशन के पूर्व महाप्रबन्धक अयोध्या प्रसाद मिश्र को हिरासत में लिया और किसी अज्ञात जगह पर उनसे पूछताछ कर रही है । इनकी भूमिका की जांच के बाद अब गिरफ्तारी भी हो सकती है।
आर्थिक अपराध शाखा की टीम आज सुबह राजधानी लखनऊ के अलीगंज इलाके में एपी मिश्रा के आवास पर पहुंची। इसके बाद हजरतगंज थाने की पुलिस ने उनको घर से गाड़ी में बैठाया और पूछताछ के लिये किसी अज्ञात जगह पर ले गये । उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घोटाला की सीबीआई जांच की सिफारिश की है।
बिजली विभाग के कर्मचारियों का लगभग 2200 करोड़ रूपया निजी कंपनी में निवेश कर दिया गया है । एपी मिश्रा को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है । सपा के शासनकाल में उन्हें तीन बार सेवा विस्तार दिया गया जो नियमों के खिलाफ था। एपी मिज्ञर ने अखिलेश यादव पर किताब भी लिखी थी जिसका विमोचन मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर किया गया था। अखिलेश यादव ने ही आईएएस की जगह किसी इंजीनियर को यूपीपीसीएल का प्रबन्ध निदेशक बनाया था।
आर्थिक अपराध शाखा ने एपी मिश्र की सोमवार को इस मामले से जुड़ी पूरी फाइल देखी थी । उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 19 मार्च 2017 को शपथ ली थी लेकिन उसके दो दिन पहले ही एपी मिश्र ने 17 मार्च को डीएचएफएल को निवेश की पहली किश्त जारी कर दी थी।


