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मप्र में पूर्व आईएएस दलित महिला कांग्रेस में शामिल

डॉ. शशि का परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा रहा है। उनके परिवार में संघ के बड़े-बड़े पदाधिकारियों का आना-जाना रहा है, संघ के कई पदाधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया था

मप्र में पूर्व आईएएस दलित महिला कांग्रेस में शामिल
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भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ लंबे समय से अपने हक की लड़ाई लड़ रही भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की पूर्व अधिकारी दलित महिला डॉ. शशि कर्णावत ने मंगलवार को यहां कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। डॉ. शशि ने मंगलवार को कांग्रेस दफ्तर पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर उनकी कमलनाथ से मुलाकात हुई और कई मुद्दों पर चर्चा हुई। उसके बाद कांग्रेस की सदस्यता ली।

डॉ. शशि का परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा रहा है। उनके परिवार में संघ के बड़े-बड़े पदाधिकारियों का आना-जाना रहा है, संघ के कई पदाधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि शिवराज सरकार अन्याय नहीं करेगी, मगर उन्हें न्याय नहीं मिला।

उन्होंने आईएएनएस से कहा, "प्रदेश सरकार लगातार दलितों और आरक्षित वर्ग को परेशान करने पर तुली हुई है, मैं भी शिवराज सरकार की दलित विरोधी नीतियों का शिकार बन चुकी हूं, मैं लगातार अपने हक की लड़ाई लड़ रही थी, मगर सरकार लगातार मुझे दबाने पर लगी थी।"

डॉ. शशि कर्णावत को पिछले दिनों सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया था। सरकार और उनके बीच अरसे से विवाद चला आ रहा था। उनको कई बार सरकार ने मनाया, आश्वासन दिया, मगर बाद में आश्वासन पूरे नहीं हुए।

पूर्व आईएएस ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने लगातार उनके साथ छल किया है, पहले निर्धारित जीवन निर्वहन भत्ता को कम कर दिया गया, फिर भरोसा दिया कि सरकार उनका साथ देगी, मगर ऐसा हुआ नहीं।

डॉ. शशि ने कहा, "राज्य में सरकार शिवराज नहीं, बल्कि कुछ अधिकारी मिलकर चला रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही दलित और अन्य वर्गो के विकास और उपलब्धि के लिए योजनाएं बनाई हैं। यही कारण है कि आजादी के बाद देश में बड़ा बदलाव आया है। लेकिन भाजपा जब से केंद्र की सत्ता में आई है, वह वर्गो में झगड़ा कराने के बीज बो रही है। राज्य में शिवराज भी समाज को बांटने पर ज्यादा जोर देते हैं। इनकी राजनीति का यही तरीका है।


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