पूर्व सांसद चेन्नुपति विद्या का 84 वर्ष की उम्र में निधन
पूर्व सांसद एवं समाजसेवी चेन्नुपति विद्या का शनिवार सुबह उनके आवास पर निधन हो गया। वह 84 वर्ष की थीं

विजयवाडा । पूर्व सांसद एवं समाजसेवी चेन्नुपति विद्या का शनिवार सुबह उनके आवास पर निधन हो गया। वह 84 वर्ष की थीं। उनके परिवार में एक पुत्र आैर तीन पुत्रियां हैं।
श्रीमती विद्या पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं। वह नास्तिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर गोपाराजू रामचंद्र राजू की पुत्री थीं, जिन्हें गोरा के नाम से जाना जाता था। वह दो बार लोकसभा सदस्य रहीं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू ने पूर्व लोकसभा सदस्य एवं समाजसेवी चेन्नुपति विद्या के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
श्री नायडू ने कहा, “ सुश्री विद्या के अचानक निधन से वह स्तब्ध हैं।”मुख्यमंत्री ने उनकी सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने एक सांसद के रूप में बहुत सेवा की और महिलाओं के उत्थान के लिए उनकी सक्रिय भागीदारी रही थी।
विजयवाडा सीट से सांसद के श्रीनिवास और विधायक जी रामामोहन सहित गणमान्य लोगाें और नेताओं ने उनकाे श्रद्धांजलि दी और परिवार के सदस्यों के प्रति समवेदना व्यक्त की।
सुश्री विद्या ने 1980 में कांग्रेस पार्टी की टिकट से लाेकसभा चुनाव लड़ा और विजयवाडा संसदीय सीट से सुप्रसिद्ध इंजीनियर एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री के एल राव को हराया। वह 1989 में यहां से भी लोक सभा चुनाव जीती। पिछले दो दशकों से लोगों के बीच अंधविश्वास और इसको खत्म करने में विद्या सक्रिय रूप से लिप्त रही।
वह वातसल्य महिला संघ भी चला रही थी जिससे वह महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाकर उनकी बहुत मदद करती थी।
श्रीमती विद्या का जन्म पांच जून 1934 को विजयनगरम में हुआ और उन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय से अपनी उच्च शिक्षा पूरी की। उनका परिवार 1950 में विजयवाड़ा आ गया। श्रीमती विद्या पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बहुत करीबी थी।


