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पूर्व कांग्रेस विधायक ने बीएसपी का दामन थामा, कांग्रेस को बड़ा नुक्सान
कांग्रेस पार्टी के अंदर कोई आंतरिक लोकतंत्र और कार्यप्रणाली नहीं है। वहां पार्टी के किसी भी सदस्य की कोई सुनने वाला भी नहीं है यही वजह है कि बलवीर दंडोतिया ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए बीएसपी में घर वापसी की है।

- गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: मध्यप्रदेश में 2023 विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे हैं। वैसे ही कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़ते जा रहे हैं। अब ग्वालियर चंबल अंचल से बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले पूर्व विधायक बलवीर दंडोतिया ने बीएसपी में घर वापसी की है। बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने ग्वालियर स्थित संभागीय कार्यालय में बलवीर दंडोतिया को बीएसपी का अंग वस्त्र पहनाकर पार्टी की विधिवत सदस्यता दिलाई।
बीएसपी में घर वापसी करने के बाद बलवीर दंडोतिया का कहना है कि 2019 में उन्हें कुछ कोंग्रेसियो ने बरगलाया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी लेकिन पार्टी के अंदर कोई आंतरिक लोकतंत्र और कार्यप्रणाली नहीं है। वहां पार्टी के किसी भी सदस्य की कोई सुनने वाला भी नहीं है यही वजह है कि उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए बीएसपी में घर वापसी की है, वही बीएससी प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल का कहना है कि बलवीर दंडोतिया बीएसपी परिवार के पुराने सदस्य हैं उनसे जो गलती हुई उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार किया और वापस अपने घर में लौट कर आए हैं ऐसे में पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी वह उसका पालन करेंगे।
बलवीर दंडोतिया साल 2009 में BSP के टिकिट पर मुरैना श्योपुर लोकसभा चुनाव लड़े थे,2013 में BSP के टिकिट पर मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा से वह चुनाव लड़े और विधायक बने,इसके अलावा 2018 में भी वह BSP के टिकिट पर मुरैना विधानसभा से चुनाव लड़े थे। वही हार मिलने के बाद वह 2019 में कॉंग्रेस में शामिल हो गए थे। लेकिन पार्टी के आंतरिक हालातो को खराब बताते हुए उन्होंने BSP में घर वापसी की है।
उनका यह भी कहना है कि दिमनी विधानसभा से 2023 के लिए उनकी पूरी तैयारी है,यदि बसपा सुप्रीमो बहन मायावती उनको मौका देंगी तो वह चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी। बहरहाल देखना होगा कि बलवीर दंडोतिया की बीएससी में घर वापसी के बाद भाजपा और कांग्रेस के लिए अंचल में किस तरह से सियासी समीकरण प्रभावित होंगे।
मा, कांग्रेस को बड़ा नुक्सान
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