मध्यप्रदेश के बड़वानी में वन विभाग का आदमखोर तेंदुए के गिरफ्त में आने का दावा
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में वन विभाग ने एक आदमखोर हो चुके तेंदुए के अपने गिरफ्त में आने का दावा किया है

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में वन विभाग ने एक आदमखोर हो चुके तेंदुए के अपने गिरफ्त में आने का दावा किया है।
विभाग का दावा है कि पानसेमल वन परिक्षेत्र में जानवरों को मारने के बाद मनुष्यों पर हमला कर आदमखोर हो चुके मादा तेंदुए को आज तड़के गिरफ्त में ले लिया गया।
सेंधवा के अनुविभागीय अधिकारी (वन) विजय गुप्ता ने बताया कि मादा तेंदुआ ग्राम भड़गोन के एक खेत में रखे पिंजरे में रखी बकरी को खाने आई और फंस गई।
उन्होंने बताया कि यह मादा तेंदुआ अकेले ही विचरण कर रही थी तथा इसके साथ अन्य पग मार्क नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि एक अन्य मादा तेंदुआ भी अपने दो शावकों के साथ क्षेत्र में विचरण कर रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी और अन्य तेंदुए क्षेत्र में है लेकिन वह फिलहाल मानवों को पर आक्रमण नहीं कर रहे हैं।
विगत चार महीनों से 20 से अधिक जानवरों का शिकार करने के बाद पानसेमल वन परिक्षेत्र के करीब एक दर्जन ग्रामों में आतंक का पर्याय बन चुके तेंदुए ने हाल के दिनों में मनुष्यों पर हमला करने के चलते पुलिस प्रशासन तथा वन विभाग के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थी।
इन घटनाक्रमों में उसने एक महिला, दो पुरुषों तथा एक बालक पर आक्रमण किया और एक किशोरी को मौत के घाट उतार दिया। इसके चलते वन विभाग ने उसके विचरण करने के इलाकों में करीब आधा दर्जन पिंजरे लगाए और उसे ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति लेकर दो विशेषज्ञ दलों को भी बुलाया था।
मुख्य वन संरक्षक खंडवा वृत्त एसआर रावत ने बताया कि यदि किसी चिड़ियाघर की मांग रही तो मादा तेंदुआ उन्हें सौंप दिया जाएगा। नहीं तो उसे नर्मदा नदी के बैक वाटर वाले खंडवा वृत्त के चांदगढ़ के घने जंगलों में छोड़ने की योजना है। फिलहाल ग्रामीणों को सजग रहने की अपील की जा रही है।


