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पेट्रोल, डीजल कीमतों में वृद्धि के जरिए जबरन वसूली : कांग्रेस

ईंधन कीमतों में वृद्धि के खिलाफ सोमवार को दिनभर के देशव्यापी प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने मूल्य वृद्धि को वापस न लेने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है

पेट्रोल, डीजल कीमतों में वृद्धि के जरिए जबरन वसूली : कांग्रेस
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नई दिल्ली। ईंधन कीमतों में वृद्धि के खिलाफ सोमवार को दिनभर के देशव्यापी प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने मूल्य वृद्धि को वापस न लेने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।

सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं के लिए और मूल्य वृद्धि के खिलाफ एक वीडियो संदेश जारी किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के लिए साइकिल और बैलगाड़ी के इस्तेमाल का एक अनोखा तरीका अपनाया।

कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य कोविड-19 संकट के दौरान आम आदमी को लूटने के लिए सरकार द्वारा की जा रही जबरन वसूली को रेखांकित करना था।"

पार्टी महासचिव वेणगोपाल ने एक बयान में कहा, "पार्टी अपने स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं को आज के कार्यक्रम को भारी सफल बनाने के लिए धन्यवाद देती है और आशा करती है कि जनता की आवाज सरकार को मजबूर करेगी कि वह अपने सरासर जनविरोधी निर्णय को वापस लेगी, जिसके तहत वह रिकॉर्ड उत्पाद शुल्क लगाकर जनता से जबरन वसूली कर रही।"

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, "सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इस अन्यायपूर्ण वृद्धि के जरिए जनता से जबरन वसूली का एक नया उदाहरण पेश किया है। यह न सिर्फ अनुचित है, बल्कि असंवेदनशील भी है।"

उन्होंने कहा कि यह सीधे तौर पर देश के किसानों, गरीबों, कामकाजी वर्ग, मध्यवर्गीय और छोटे कारोबारियों को चोट पहुंचाती है।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम 22 बार बढ़ाए हैं। आपको ईंधन खरीदने के लिए अधिक भुगतान करना होगा। परोक्ष रूप से, जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण महंगाई बढ़ती है, तब आप उसे झेलते हैं।"

उन्होंने कहा, "कच्चे तेल की कीमत अबतक के सबसे निचले स्तर पर है, लेकिन ईंधन की कीमतें भारत में अबतक के सर्वोच्च स्तर पर हैं।"

कांग्रेस ने 'स्पीक अप अगेंस्ट फ्यूल हाइक' नामक एक सोशल मीडिया कैंपेन शुरू किया है। पार्टी का दावा है कि इस कैंपेन में किसानों, टैक्सी और बस मालिकों, ट्रांसपोर्टरों, श्रमिकों और आम आदमी की पीड़ाओं को उजागर करने वाले लाखों की संख्या में संदेश और वीडियोज के आदान-प्रदान किए गए और साझा किए गए हैं।

यह कैंपेन वैश्विक स्तर पर भी टॉप पर ट्रेंड कर रहा है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कांग्रेस के लाखों स्वयंसेवक इसमें हिस्सा ले रहे हैं। पार्टी 30 जून से चार जुलाई तक तालुका/तहसील स्तर पर और ब्लॉक स्तर पर विशाल विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी।


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