भालू के हमले से बालक घायल
सक्ती ! वन परिक्षेत्र सक्ती के अंतर्गत आने वाले ग्राम चमर वाह में एक मांझी परिवार अपनी मूंगफली की खेती की रखवाली कर रहे थे ,उसी समय एक वयस्क भालू खेत पर आ गया।

सक्ती ! वन परिक्षेत्र सक्ती के अंतर्गत आने वाले ग्राम चमर वाह में एक मांझी परिवार अपनी मूंगफली की खेती की रखवाली कर रहे थे ,उसी समय एक वयस्क भालू खेत पर आ गया। जब इस मांझी परिवार के सदस्यों ने उस भालू को वहां से भगाना चाहा तब भालू ने मांझी परिवार के एक 15 वर्षीय बालक सेठ लाल पिता लच्छी मांझी पर हमला कर दिया। इस संबंध में सेठलाल के पिता लच्छी मांझी ने बताया कि हम मूंगफली की खेती की रखवाली कर रहे थे, उसी समय एक भालू वहां आया ,जब हम लोग उसे भगाने लगे, तभी मेरे लडक़े के ऊपर हमला कर दिया। पिता एवं परिवार के सदस्यों ने भालू से बच्चे को छुड़ाने के लिए भरसक प्रयास किया लेकिन तब तक भालू ने युवक सेठलाल को अपने आगोश में ले कर उसकी एक आंखें निकाल ली और दूसरी आंखों को बुरी तरह जख्मी कर दिया वहीं सेठलाल के शरीर के अन्य हिस्सों में भी छोटे आई है। जैसे-तैसे भालू को वहां से भगाया गया और घायल अवस्था में सेठलाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सक्ती इलाज के लिए लाया गया जहां डॉक्टरों ने तत्काल घायल बालक का प्राथमिक इलाज कर उन्हें बिलासपुर रिफर कर दिया ।
वन विभाग के अधिकारियों ने पहुंचाया अस्पताल
सक्ती वन परिक्षेत्र के अंतर्गत वैसे तो भालू के द्वारा हमले की कई घटनाएं सामने आई है लेकिन वन विभाग की तत्परता इससे पहले कभी भी देखने को नहीं मिली थी वही सक्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जब घायल सेठ लाल को इलाज के लिए लाया गया तब तत्काल वन परिक्षेत्र अधिकारी एम.आर.साहू अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ हॉस्पिटल पहुंचे एवं युवक के चिकित्सकीय समय तक वहां डटे रहे तथा अपने एक कर्मचारी को घायल बालक के साथ बिलासपुर रवाना किया साथ ही उन्होंने आर्थिक मदद भी की।
सक्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ आर के सिंह को जब हॉस्पिटल के कर्मचारी द्वारा यह सूचना दी गई कि भालू के हमले से एक घायल बालक को हॉस्पिटल लाया गया है एवं उसकी हालत बहुत खराब है उस समय डॉक्टर आर.के . सिंह खाना खाने बैठ रहे थे ,लेकिन उन्होंने खाना छोडक़र तत्काल युवक का इलाज करने हॉस्पिटल पहुंच कर अपनी ड्यूटी प्रारंभ कर दी ।
गांव में सन्नाटा
सक्ती विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत जोगरा के आश्रित ग्राम चमर वाह में भालू के द्वारा युवक पर हमले किए जाने से गांव में सन्नाटा पसरा है। वही वन विभाग का दस्ता भालू पर नजर रखे हुए हैं ग्रामीणों की माने तो इस तरह की घटना आए दिन हो रही है लेकिन शासन प्रशासन इस दिशा में किसी तरह का गंभीर प्रयास करते दिखाई नहीं दे रहा है वही वन परिक्षेत्र अधिकारी ने ग्रामीणों से कहा है कि भालू से दूरी बनाए रखें जामवंत परियोजना से निकल सकता है सक्ती वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत मसनिया से लेकर ग्राम पंचायत ऋषभ तीर्थ तक जामवंत परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए तत्कालीन कलेक्टर सोनमणि बोरा ने प्रयास किया था जिस पर प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई जा सकी। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भालू के हमले से घायल होकर एवं अपनी जान दे कर भुगतना पड़ रहा है।


