मुख्यमंत्री पद के लिये आलाकमान को कई नाम भेजे: केशव
लोकसभा सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिये आलाकमान को कई नाम भेजे गये हैं जिनमें उनका नाम भी शामिल किया है।
नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिये आलाकमान को कई नाम भेजे गये हैं जिनमें उनका नाम भी शामिल किया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है।
पार्टी ने 403 सदस्यों वाली विधानसभा में स्वयं 313 सीटें हासिल की हैं और 12 सीटों पर उसके सहयोगी दल विजयी हुये हैं। भाजपा गठबंधन को कुल 325 सीटें हासिल हुयी हैं। राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर अटकलों का बाजार बहुत गर्म है। पहले यह कहा गया था कि 16 मार्च को राज्य विधायक दल के नेता का चुनाव होगा लेकिन अब यह मामला रविवार तक के लिये टल गया है।
पार्टी ने विधायक दल के नेता चुनाव के लिये केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को नियुक्त किया है। यादव ने आज एक टेलीविजन चैनल के साथ मुख्यमंत्री पद की उनकी दावेदारी को लेकर पूछे गये सवाल पर कहा कि अालाकमान को कई नाम भेजे गये हैं जिनमें उनका नाम भी शामिल है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कल कहा था कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री चुनने की जिम्मेदारी राज्य के पार्टी अध्यक्ष केशव प्रसाद माैर्य को सौंप दी गई है। शाह के इस बयान के बाद ऐसा माने जाने लगा था कि श्री मौर्य मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गये हैं, लेकिन मौर्य ने यह बयान देकर साफ कर दिया कि वह अभी इस पद के दावेदार हैं। चुनाव नतीजे आने के बाद से ही उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम उछाले जा रहे हैं। इनमें केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मौर्य , संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ और लखनऊ के महापौर दिनेश शर्मा समेत कई नामों की चर्चा है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये उनका नाम उछाले जाने की बात को ‘फालतू’ कहा था। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है और पार्टी ने कई ऐसे लोकलुभावने वादे किये हैं जिनको पूरा करना उसके लिये कठिन माना जा रहा है क्योंकि 2019 में आम चुनाव हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं वाराणसी से सांसद हैं। वर्ष 2014 में आम चुनाव में भाजपा और उसके गठबंधन ने 80 में से 73 सीटें जीती थीं। प्रधानमंत्री ने राज्य विधानसभा चुनाव में स्वयं कई रैलियां की थी।


