शादी करने के लिए मांगी थी दो करोड़ की रंगदारी, मुठभेड़ के बाद चारों बदमाश गिरफ्तार
उद्यमी से रंगदारी वसूलने की योजना आरोपी बदमाश ने अपनी शादी का खर्च उठाने के लिए किया था

नोएडा। उद्यमी से रंगदारी वसूलने की योजना आरोपी बदमाश ने अपनी शादी का खर्च उठाने के लिए किया था। उसे यह आइडिया साथी आजाद ने दिया था। जिसके बाद अरविंद, विकास, आजाद और संजू ने इसकी प्लानिंग कर वारदात को अंजाम दिया।
यह बात बदमाशों ने खुद पुलिस पूछताछ में कहीं। वहीं फेज-2 पुलिस ने गिरोह के चारों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल हुए दो बदमाशों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। जबकि आजाद व अरविंद को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बागपत के दुर्वा निवासी आजाद व मीतली बागपत निवासी विकास दोस्त है। कुछ माह बाद ही विकास की शादी होने वाली थी।
इसके लिए वह आजाद के पास दो लाख रुपए उधार मांगने गया था। यहां आजाद से उससे रुपए देने में असमर्थता जताई, लेकिन रुपए पाने के लिए उसे रंगदारी वसूलने का सुझाव दिया। इस पर आजाद ने विकास को अपने साथ तिहाड़ जेल में रहे अरविंद से मिलाया। इसमें उसने बताया कि उसके पुराने मालिक के साथी के पास बहुत रुपया है। वह डरपोक किस्म का है। अगर उसे धमकी देंगे, तो वह रुपया दे देगा। इसी पर विकास ने रुपयों की जरूरत होने की वजह अपने बहनोई संजू को भी साथ मिला लिया।
जिसके बाद आरोपियों ने दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी निवासी उद्यमी उमेश विग की नोएडा के सेक्टर-81 स्थित जनरल एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम कंपनी के आसपास रैकी शुरू की। इसके साथ उन्हें डराने के लिए पांच दिन पहले बदमाशों ने उनकी बीएमडब्ल्यू कार पर फायरिंग की थी। रंगदारी मांगने के दौरान पुलिस सर्विलांस की मदद से उन्हें न पकड़ सकें, इसके लिए बदमाशों ने लूट के मोबाइल से रंगदारी मांगने व चोरी की बाइक से चलने की योजना बनाई।
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों ने बचने के लिए उद्यमी को कॉल करने के लिए चार मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम दिया। बदमाश हर बार अलग लूट के मोबाइल से बात कर उसे तुरंत स्वीच ऑफ कर देते थे। वहीं बाइक का नंबर ट्रेस न हो। इसके लिए मेरठ से चोरी की गाई बाइक को इस्तेमाल किया। एसपी सिटी ने बताया कि फरार चल रहे वारदात के मास्टरमाइंड को मुखबिर की सूचना पर फेज टू पुलिस ने कुलेसरा से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के पास से एक तमंचा भी बरामद हुआ है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 2015 में उद्यमी के साथी के पास से नौकरी छोड़ने के बाद कार चोरी के मामले में जेल गया था। यहां तिहाड़ जेल में उसकी दोस्ती आजाद से हुई। आजाद जेल में फर्जी कॉल सेंटर खोलकर ठगी मामले में जेल में बंद था। तीन चार माह पहले ही दोनों आरोपी जेल से बाहर आए थे।


