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बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर डीसीटीएम कालेज में सेमिनार का आयोजन

स्थानीय डीसीटीएम (देहली कालेज आफ इंजिनियरिंग एंड टैक्रोलोजी) में आज वायु में बढ़ते प्रदूषण पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया

बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर डीसीटीएम कालेज में सेमिनार का आयोजन
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पलवल। स्थानीय डीसीटीएम (देहली कालेज आफ इंजिनियरिंग एंड टैक्रोलोजी) में आज वायु में बढ़ते प्रदूषण पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।

जिसमें मुख्य अतिथि कालेज के चेयरमैन डा. प्रदीप कुमार थे और अध्यक्षता कालेज के प्राचार्य डा. विवेक कुमार ने की। सेमिनार में जहां छात्र छात्राओ ने वायु प्रदूषण के कारण व उपाय बताए वही हाल ही में एनसीआर में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश कि डीजल वाहनों का दिल्ली एनसीआर में प्रवेश बंद आदि मुद्दे भी प्रमुखता से छाए रहे।

इस मौके पर मुख्य अतिथि डा. प्रदीप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली एनसीआर में सर्वोच्च न्यायालय ने डीज़ल इंजन वाहनों एवं उद्योगों पर रोक लगा दी है परन्तु क्या वायु प्रदूषित को नियंत्रित करने के लिए केवल डीज़ल पर ही ध्यान देना ठीक है । दुसरे बहुत से ऐसे कारण: है जो वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं और इस समय ध्यान देने योग्य हैं । डा. कुमार ने कहा कि डीजल वाहनों पर रोक लगा देने वाला ब्राज़ील अब भी दुनिया के सबसे अधिक दस प्रदूषित शहरों की श्रेणी में शामिल है।

इसकी एक मुख्य वजह यह है की ईंधन के एक वैकल्पिक स्रोत के तौर पर इस्तेमाल किये जा रहे इथेनॉल ने प्रदूषण को ऐसेटल्डहाइड एवं नाइट्रोजन ऑक्साइड की बढ़ती मात्राओं के रूप में बढ़ावा दिया, और न की डीज़ल वाहनों ने प्रदूषण को इस स्तर तक बढ़ाया । डा. कुमार ने कहा कि वर्तमान में लगाया गया प्रतिबन्ध सभी प्रकार के डीज़ल वाहनों के नए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाता है। हालांकि इससे समस्या का समाधान इसीलिए नहीं होता क्योंकि इससे फ़िलहाल में इस्तेमाल किए जा रहे वाहनों पर कोई रोक नही लगाई जा सकती।

इसीलिए इस रोक को विभिन्न हिस्सों मैं लगाना चाहिए जिससे व्यावसायिक वाहनों को मार्च 2018 तक हटाया जा सके एवं निजी वाहनों को दुसरे विकल्प को अपनाये जाने के लिए एक वर्ष का समय दिया जा सकता है ।

संपूर्ण देश में ईंधन के वैकल्पिक जरियों जैसे की हाइड्रोजन, सीएनजी, एलएनजी एवं चारकोल आदि के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। दिल्ली एनसीआर को प्रदूषण रहित बनाने के लिए सरकार को सभी प्रवेश के रास्तों पर सामान की आसान आवाजाही के लिए वैकल्पिक स्थानों को मुहैय्या करना होगा ।

डा. कुमार ने कहा कि वायु प्रदूषण की रोकथाम करना केवल सरकार का ही नही बल्कि भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य भी है और हम सब को इस प्रदूषण को रोकने में अपना अपना सहयोग देना चाहिए।


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