खाद्य सुरक्षा विभाग ने फैक्ट्री पर मारा छापा, किया सील
सड़े आलू को मशीन से पीस कर केमिकल रंग का इस्तेमाल कर तैयार की जा रही नकली सॉस की फैक्ट्री पर मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा

गाजियाबाद। सड़े आलू को मशीन से पीस कर केमिकल रंग का इस्तेमाल कर तैयार की जा रही नकली सॉस की फैक्ट्री पर मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा। सिहानी गांव में चल रही फैक्ट्री से तैयार किया जा रहे नकली सॉस की बिक्री शहर के कई होटलों व रेस्त्रां में की जा रही थी। फैक्ट्री संचालक मौके से फरार हो गया। फैक्ट्री को सील करने के बाद अधिकारी जांच में जुट गए हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग के जिला अभहित अधिकारी राजेश कुमार को जानकारी मिली की थी कि सिहानी गांव में नकली सॉस बनाने का कारोबार चल रहा है। सूचना के बाद मंगलवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने सिहानी गांव में चल रही फैक्ट्री पर छापा मारा। अधिकारियों के अनुसार, मौके पर सॉस भरने के लिए कई केन, सड़े आलू व रंग की बोतले बरामद हुईं। फैक्ट्री के अंदर काफी गंदगी मिली। मौके पर सॉस बनाने में मदद करने वाली एक महिला मिली, जिसने बताया कि वह यहां लेबर है। फैक्ट्री संचालक राजू हैं जो छापे से ठीक पहले कहीं चले गए थे।
डीओ राजेश कुमार ने बताया कि फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। फैक्ट्री मालिक को जांच के लिए बुलाया गया है। मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। फैक्ट्री सील करने के बाद गांव में ही वैष्णवी फूड इंटरप्राइजेज से सॉस के दो नमूने लिए गए। यहां पर भी सॉस बनाने का काम चल रहा था। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रद्धा गुप्ता, दिनेश भारती, उमाशंकर सिंह, खाद्य सहायक बिहारी लाल शुक्ला प्रमुख रूप से शामिल रहे।
शहर में काफी दिनों से हो रही थी सप्लाई
शहर में नकली खाद्य पदार्थ बनाने का धंधा चल रहा है। सिहानी में पकड़ी गई नकली सॉस की फैक्ट्री से शहर में खाद्य पदार्थों की दुकानों व रेस्टोरेंट तक सप्लाई की जा रही थी। यहां से पांच लीटर के केन में भरकर सप्लाई की जाती थी।
केमिकल रंग आंखों पर डालता बुरा असर
खाद्य पदार्थ में केमिकल रंग की मिलावट सबसे अधिक आंखों पर बुरा असर डालती है। इसके साथ ही लीवर, किडनी पर भी इसका असर पड़ता है। अधिक दिन तक सेवन से गंभीर बीमारी बनने का खतरा बना रहता है।


