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वाराणसी के आकाश में उड़ रही हैं “राजनीतिक रंगों में रंगी” पतंगें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके साथ जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों वाली रंग-बिरंगी पतंगें वाराणसी के आकाश में इन दिनों

वाराणसी के आकाश में उड़ रही हैं “राजनीतिक रंगों में रंगी” पतंगें
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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके साथ जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों वाली रंग-बिरंगी पतंगें वाराणसी के आकाश में इन दिनों छायी हुई हैं।

मोदी के साथ “बुलेट ट्रेन, स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं एवं सुकन्या समृद्घ, जनधन योजना” जैसी उनकी महत्वाकांक्षी योजनाओं का प्रचार करती रंग-बिरंगी पतंगें लोगों का बेहद आकर्षित कर रही हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं अखिलेश यादव की अलग-अगल तस्वरों वाली पतंगों की बिक्री भी अच्छी खासी हो रही है।

हालांकि, प्राचीन धर्म नगरी में भगवान शिव एवं संकट मोचन हनुमान की तस्वीरों और हैप्पी न्यू ईयर-मकर संक्रांति के लिखी हुई पतंगों के अलावा बच्चों की पसंदीदा टीवी कार्यक्रमों के किरदार बेन टेन, मिक्की माउस, डौरी मॉन, पोको मॉन, फ्रोजन, सिंड्रैला, स्नो ह्वाइट, बार्बी गर्ल की तस्वीरों वाली पतंगी इस बार भी पहली पसंद बनी हुई हैं।

स्थानीय औरंगाबाद इलाके के पतंग व्यवसायी राशिद ने बताया कि नेताओं से कहीं ज्यादा बच्चों की पसंदीदा विभिन्न कार्टून चैनलों के किरदारों की तस्वीरों वाले पतंगों की बिक्री हो रही है। हां, पिछले साल की अपेक्षा नेताओं की तस्वीरों वाली पतंगों की मांग इस बार कुछ अधिक है। दालमंडी के एक अन्य व्यवसायी जाकिर हुसैन उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं।

उनका कहना है कि पहली जनवरी से अब तक के कारोबार पिछले वर्षों की तुलना में कुछ मंदा रहा है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अगले चार-पांच दिनों में बिक्री बढ़ेगी।

काशी हिंदू विश्वविद्यालय इलाके में सुसुवाही के दुकानदार राजेंद्र गुप्ता का कहना है कि गत वर्ष की तुलना में पतंगों की बिक्री बेहद कम है, लेकिन 14-15 जनवरी तक बिक्री बढने की उम्मीद है। उनका कहना है कि हर साल लगभग ऐसा ही होता है।

गौरतलब है कि वाराणसी में मकरसंक्रांति को ‘खिचड़ी’ पर्व रूप में बनाया जाता है। इस अवसर पर स्थानीय लोगों के अलावा बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक गंगा पार रेती पर पतंगबाजी आनंद लेने के लिए आते हैं।

इसके अलावा इस बार सरकारी स्तर पर मकर संक्रांति मनाने की योजना को देखते हुए पतंगों की बिक्री बढ़ने की संभावना है। मंडलायुक्त नितिन रमेश गोकर्ण ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा की भोग आरती के बाद 15 जनवरी को श्रद्धालुओं को खिचड़ी वितरण करने की घोषणा की है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भोग आरती के बाद पहली बार भक्तों का खिचड़ी वितरण की जाएगी।


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