फूल वालों की सैर शुरू
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज राजनिवास से फूल वालों की सैर शमारोह का शुभारंभ किया

नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज राजनिवास से फूल वालों की सैर शमारोह का शुभारंभ किया। सभी समुदायों के सदस्य और अजुंमन के पदाधिकारी आज सुबह शहनाई वादकों के साथ राजनिवास पहुंचे और शहनाई की सुमधुर ध्वनियों से समारोह की शुरूआत हुई। इस अवसर पर सदस्यों ने उपराज्यपाल को पंखा भेंट किया व उपराज्यपाल ने कहा कि फूल वालों की सैर समारोह दिल्ली की मिश्रित संस्कृति और विविधता को दर्शाता है। यह दिल्ली में रहने वाले विभिन्न समुदायों की साझी विरासत का भी प्रतीक है।
इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व मुख्य सचिव एमएम कुट्टी को भी अंजुमन के सदस्यों ने मिलकर पंखा भेंट किया।
बता दें कि यह पंखे साम्प्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता का प्रतिनिधित्व करते हैं और फूल वालों की सैर दिल्ली में रह रहे विभिन्न सम्प्रदायों के बीच आत्मीय सम्मान और सौहार्द की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। यह समारोह मुगल काल से शुरू हुआ और 1962 में अंजुमन सैर-ए-गुल-फरोशां द्वारा दोबारा शुरू किया गया। समारोह में शहनाई वादक, फूलों के बने हुए पंखे चादर और छत्र शामिल होते हैं जो महारौली स्थित देवी योगमाया के प्राचीन मंदिर और ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर चढ़ाए जाते हैं। उपराज्यपाल 2 नवम्बर को महारौली स्थित देवी योगमाया के प्राचीन मंदिर और ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर फूलों की चादर भी चढ़ाने जाएंगे।


