जीबीयू में पांच दिवसीय विपस्सना ध्यान योग कार्यक्रम का हुआ समापन
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के महात्मा ज्योतिबा फुले ध्यान केन्द्र में 18 फरवरी को प्रारम्भ हुए पांचदिवसीय विपस्सना ध्यान योग कार्यक्रम का उद्घाटन जीबीयू के कुलपति प्रो. आर. के. सिन्हा द्वारा किया गया

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के महात्मा ज्योतिबा फुले ध्यान केन्द्र में 18 फरवरी को प्रारम्भ हुए पांचदिवसीय विपस्सना ध्यान योग कार्यक्रम का उद्घाटन जीबीयू के कुलपति प्रो. आर. के. सिन्हा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. सिन्हा ने मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए बौद्ध ध्यान साधना की आवश्यकता पर जोर दिया। कोर्स कोर्डिनेटर डॉ. मनीष मेश्राम ने इस कार्यक्रम की रुपरेखा रखते हुए विपस्सना विधि के बारे में अपने विचार रखे तथा विभागाध्यक्ष डॉ. चन्द्रशेखर पासवान ने बौद्ध साहित्य में वर्णित बौद्ध योग साधना की जानकारी दी।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में संकाय सदस्य डॉ. ज्ञानादित्य शाक्य द्वारा स्वागत भाषण दिया गया तथा विक्रम सिंह यादव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। जीबीयू की छात्रा डौली ने उद्घाटन सत्र कार्यक्रम का सफल संचालन किया।
यह कार्यक्रम 18 से 22 फरवरी तक चला, जिसमें देश के विभिन्न शहरों से आये लगभग 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के समापन सत्र में डीन प्रो. श्वेता आनन्द ने कहा कि जी.बी.यू में स्थित ध्यान केन्द्र द्वारा भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहेंगे।
समापन सत्र में कुलपति प्रो. सिन्हा सर ने बौद्ध योग साधना के प्रचार-प्रसार में इस अद्वितीय केन्द्र द्वारा और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की आशा व्यक्त करते हुए विपस्सना के व्यावहारिक लाभों एवं इसकी प्रासंगिकता को सुन्दर ढंग से अभिव्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में डॉ. अरविन्द कुमार सिंह, डॉ. चिंतल सिवसाई, डॉ. सिद्दारामू बी, डॉ. प्रियदर्शिनी मित्रा, आरती दिनकर गौतम, डॉ. कल्पना पासवान, कन्हीया, सचिन, सन्दीप ढाका, अजय सहित विश्वविद्यालय के कई शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।


