पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भरी सुखोई में उड़ान
नौसेना के विमानवाहक पोत आई एन एस विक्रमादित्य में नौसेना की मारक क्षमता का जायजा लेने के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुखोई में उडान भर वायु सेना की ताकत को परखा

नयी दिल्ली। नौसेना के विमानवाहक पोत आई एन एस विक्रमादित्य में नौसेना की मारक क्षमता का जायजा लेने के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वायु सेना के लड़ाकू बेड़े के प्रमुख विमान सुखोई में उडान भर वायु सेना की ताकत को परखा।
वायु सेना के अनुसार श्रीमती सीतारमण ने आज दोपहर जोधपुर वायु सेना स्टेशन से लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में उडान भरी।
उडान भरने के समय उन्होंने पायलट द्वारा पहना जाने वाला जी सूट पहना हआ था।
Jodhpur: Defence Minister Nirmala Sitharaman in the cockpit of the Sukhoi-30 MKI, before taking off for a sortie. pic.twitter.com/M3k72B56Jv
— ANI (@ANI) January 17, 2018
उडान से पहले पायलट ने कॉकपिट में उन्हें सुखोई की कार्य प्रणालियों तथा उडान से संबंधित अन्य जानकारी दी। लड़ाकू विमान में उडान भरने वाली वह देश की पहली महिला रक्षा मंत्री हैं। रक्षा मंत्री की यह उडान तीनों सेनाओं की सैन्य संचालन तैयारियों और लड़ाकू क्षमता की समीक्षा की योजनाओं का हिस्सा है।
देश की पहली पूर्ण रक्षा मंत्री के तौर पर मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के बाद से ही श्रीमती सीतारमण ने तीनों सेनाओं की तैयारियों और जरूरतों का जायजा लेने के लिए अग्रिम मोर्चों तथा अन्य सैन्य ठिकानों का दौर कर रही हैं।
इसी के तहत उन्होंने गाेवा के निकट नौसेना की ताकत और मारक क्षमता की जानकारी हासिल करने के लिए पिछले सप्ताह ही दो दिन तक गोवा के निकट नौसेना के संचालन अभ्यास का निरीक्षण किया था। इस दौरान वह रात में विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य में रूकी थी।
Defence Minister Nirmala Sitharaman in Flying G-Suit before taking off in SU 30MKI pic.twitter.com/jAzrKlI5it
— ANI (@ANI) January 17, 2018
इससे पहले चीन से लगती सीमा पर अग्रिम चौकियों का व्यापक दौर कर चुकी हैं। वह वायु सेना के अग्रिम ठिकानों पर भी गयी हैं।
सुखोई -30 एमकेआई दो सीट वाला भारतीय वायुसेना का अग्रिम पंक्ति का लड़ाकू विमान है और यह पिछले 15 वर्ष से अधिक समय से वायु सेना के बेड़े की शान बढ़ा रहा है।
सुखोई-30, 2600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 3000 किमी की दूरी तक जा कर मार कर सकता है।
सुखोई-30 से एक साथ 12 बम या प्रक्षेपास्त्र दागे जा सकते हैं।विमान में 30 एमएम की एक तोप भी लगी है।


