पहले बांटी छात्रवृत्ति,अब अपात्र बताकर वापस लेने दबाव
पहले तो विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति जारी कर दी गई किन्तु इसके एक माह बाद से अब तक उक्त राशि व एटीएम को वापस करने विद्यार्थियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है

कोरबा। पहले तो विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति जारी कर दी गई किन्तु इसके एक माह बाद से अब तक उक्त राशि व एटीएम को वापस करने विद्यार्थियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इन्हें छात्रवृत्ति के लिए अपात्र बताकर वसूली के लिए राजस्व विभाग से नोटिस देने के साथ ही महाविद्यालय द्वारा एफआईआर कराने तक की धमकी दी जा रही है। यह मामला पाली तहसील व कटघोरा अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले हरदीबाजार के शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय का है।
डॉ.सीव्ही रमन विश्वविद्यालय, कोटा बिलासपुर के अंतर्गत इस महाविद्यालय में पीजीडीसीए एवं डीसीए का कोर्स विगत 10 वर्षों से चलाया जा रहा था जिसमें वर्ष 2012-13 में भी इस कोर्स में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को कहा गया था कि जितना फीस जमा करोगे उससे ज्यादा की छात्रवृत्ति एसटी, एससी, ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को मिलेगी। विद्यार्थियों द्वारा इस कोर्स में प्रवेश लिया गया और महाविद्यालय के द्वारा निर्धारित कुल फीस दो किस्त में जमा करने की छूट भी दी गई।
परीक्षा फार्म भरने के समय बचत संपूर्ण राशि जमा करने एवं छात्रवृत्ति हेतु आवेदन पत्र भरने हेतु सूचना निकाली गई। जिन विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति का आवेदन नहीं भरा था उसका परीक्षा फार्म नहीं भरने की सूचना के साथ यह भी सूचित किया गया कि छात्रवृत्ति फार्म नहीं भरने पर प्रवेश पत्र नहीं दिया जाएगा।
ऐसे में मजबूरन सभी विद्यार्थियों द्वारा छात्रवृत्ति का फार्म पूर्ण कर परीक्षा दिया गया और इस बीच एटीएम कार्ड विद्यार्थियों को मिला। परीक्षा देने के 1 माह बाद छात्रवृत्ति राशि आने पर विद्यार्थियों ने एटीएम के माध्यम से इसे आहरण किया। उक्त छात्रवृत्ति आहरण के 1 माह बाद 12 अगस्त 2013 को छात्रा दीप्ती राठौर पिता पंचराम, दिव्या जायसवाल पिता पूरनलाल सहित समस्त पीजीडीसीए व डीसीए के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वर्ष 2012-13 के लिए पात्रता नहीं होने के कारण प्राप्त राशि व एटीएम वापस करने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. टीडी वैष्णव द्वारा सूचना दी गई।
इस सूचना का विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों ने विरोध किया तब आश्वासन दिया किन्तु राशि व एटीएम वापस मांगने का कारण आज तक नहीं बताया गया। इन सबके मध्य महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा पुन: स्मरण पत्र जारी कर कहा गया कि राशि व एटीएम कार्ड जमा नहीं करने पर पुलिस में एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। इसके बाद कटघोरा अनुविभागी अधिकारी (रा.) कार्यालय से राशि वसूली के लिए राजस्व मामले में नोटिस विद्यार्थियों को जारी किया गया है।
संसदीय सचिव से मिलकर मांगा न्याय
इन विद्यार्थियों के अभिभावकों ने आज संसदीय सचिव व कटघोरा विधायक लखनलाल देवांगन से मिलकर आवेदन सौंपा। इन्होंने बताया कि महाविद्यालय द्वारा कार्यालय कलेक्टर आदिवासी विकास के संदर्भित पत्रों के अनुसार डॉ. सीव्ही रमन विश्वविद्यालय के अंतर्गत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वर्ष 2012-13 के लिए पात्र नहीं होना बताया गया है, जो कि अनुचित है। यदि जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा छात्रवृत्ति भुगतान की प्रक्रिया के विपरीत कार्य किया गया है तो उसकी भरपायी करने की जिम्मेदारी उन अधिकारियों की बनती है। ग्राम्य भारती महाविद्यालय, माता कर्मा कुसमुंडा का संबंध एमएलसी कॉलेज नेहरू नगर से रहा है और विगत 10 वर्षों से उक्त सभी संस्था के द्वारा एसटी, एससी, ओबीसी के विद्यार्थियों के अनुसार ही इन विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति दिया गया। यदि वसूली करनी है तो विगत 10 वर्षों से किए गए भुगतान से किया जाना न्याय संगत होगा। संसदीय सचिव से पंचराम राठौर, पूरनलाल, अवधेश कुमार, लखन राठौर, कन्हैया लाल राठौर, जान सिंह, अंजू सिदार, वेदप्रकाश, महेन्द्र कुमार टंडन, प्रवीण कुमार, जलेश्वर प्रसाद, समुंद सिंह, केशव ने मुलाकात की।


