मंगल की पहली रंगीन तस्वीर आई सामने, नासा के रोवर ने सेल्फी भी भेजी
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (नासा) के पर्सेविरेंस रोवर ने मंगल ग्रह की कुछ आश्चर्यजनक तस्वीरें भेजी हैं

वॉशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (नासा) के पर्सेविरेंस रोवर ने मंगल ग्रह की कुछ आश्चर्यजनक तस्वीरें भेजी हैं। इनमें लैंडिंग के दौरान एक हाई-रिजॉल्यूशन वाली रंगीन सेल्फी भी शामिल है। नासा का पर्सेविरेंस रोवर 18 फरवरी को मंगल की सतह पर उतरा था। यह रंगीन सेल्फी कई कैमरों द्वारा खींची गई वीडियो का हिस्सा है।
I love rocks. Look at these right next to my wheel. Are they volcanic or sedimentary? What story do they tell? Can’t wait to find out.#CountdownToMarshttps://t.co/7w3rbvbyoL pic.twitter.com/H3q1M0YJAd
— NASA's Perseverance Mars Rover (@NASAPersevere) February 19, 2021
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर उतरने की एक 'स्टॉप-मोशन फिल्म' भेजा था, जबकि पर्सेविरेंस रोवर के कैमरों ने टचडाउन का वीडियो कैद किया। यह नया स्टिल इमेज उसी फुटेज से लिया गया है, जिसे अभी भी पृथ्वी पर भेजा जा रहा है।
An open horizon, with so much to explore. Can’t wait to get going. #CountdownToMars pic.twitter.com/hAaxeVGs04
— NASA's Perseverance Mars Rover (@NASAPersevere) February 19, 2021
The moment that my team dreamed of for years, now a reality. Dare mighty things. #CountdownToMars pic.twitter.com/8SgV53S9KG
— NASA's Perseverance Mars Rover (@NASAPersevere) February 19, 2021
मंगल ग्रह के धरातल पर उतरने से ठीक पहले की तस्वीरों को भी रोवर ने कैमरों में कैद किया है। पर्सेविरेंस रोवर के अधिकांश कैमरे रंगीन तस्वीरें कैप्चर करते हैं, जबकि पहले के रोवर ब्लैक-ऐंड-व्हाइट में तस्वीरें लेते थे।
बहरहाल, लैंडिंग के बाद दो हजार्ड कैमरों (हैजकैम्स) ने रोवर के आगे और पीछे के दृश्यों को कैप्चर किया। एक तस्वीर में रोवर का एक पहिया मंगल ग्रह की माटी पर साफ देखा जा सकता है।
मंगल ग्रह पर पर्सेविरेंस रोवर के मिशन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य खगोल विज्ञान है, जिसमें प्राचीन सूक्ष्मजीव जीवन के संकेतों की खोज शामिल है।
रोवर मंगल ग्रह की भूविज्ञान और अतीत की जलवायु को चिह्न्ति करेगा, लाल ग्रह पर मानव अन्वेषण का मार्ग प्रशस्त करेगा, और यह मंगल ग्रह से चट्टानों और रिगोलिथ (टूटी हुई चट्टान व धूल) को इकट्ठा करने वाला पहला मिशन होगा।
इसके बाद नासा के मिशन, ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) के सहयोग से, इन नमूनों को मंगल की सतह से एकत्र करने और उन्हें गहन विश्लेषण के लिए पृथ्वी पर वापस लाने के लिए लाल ग्रह पर अंतरिक्ष यान भेजेंगे।
आने वाले दिनों में इंजीनियर रोवर के सिस्टम डेटा को अपडेट करेंगे, इसके सॉफ्टवेयर को अपडेट करेंगे और इसके विभिन्न उपकरणों का परीक्षण करेंगे।
अगले कुछ हफ्तों में पर्सेविरेंस रोवर अपनी रोबोटिक आर्म का परीक्षण करेगा और अपनी पहली (छोटी) ड्राइव लेगा।
यह कम से कम एक या दो महीने तक रहेगा जब तका कि पर्सेविरेंस रोवर को इनजेन्यूटी (मिनी हेलिकॉप्टर) को छोड़ने के लिए एक सपाट स्थान नहीं मिलेगा। इसके बाद वह अपने विज्ञान मिशन की शुरुआत करेगा और मंगल ग्रह के चट्टानों के नमूनों से पहली खोज प्रारंभ करेगा।


