दिल्ली में कूड़ा स्थल की आग अभी भी अनियंत्रित
राष्ट्रीय राजधानी के भलस्वा कूड़ा स्थल पर रविवार को लगी आग को अभी तक नियंत्रित नहीं किया जा सका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के भलस्वा कूड़ा स्थल पर रविवार को लगी आग को अभी तक नियंत्रित नहीं किया जा सका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली के तीन कूड़ा स्थलों में से एक भलस्वा कूड़ा स्थल के लगभग 100 वर्गमीटर क्षेत्र में रविवार रात आग लग गई थी। अधिकारियों ने कहा कि जिस इलाके में आग लगी, वहां कूड़ा बिखरा पड़ा था और उसे मलबे से दबाया नहीं गया था। कूड़ा स्थल से निकलने वाली हानिकारक रासायनिक भाप और गैसों से दिल्ली की वायु गुणवत्ता को खतरा पैदा होता है और इससे अक्सर आग लग जाती है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) में पर्यावरण प्रबंधन सेवा विभाग (डीईएमएस) के अभियंता संजय जैन ने कहा, "कुछ कचरों को ढका नहीं गया था, उसी में आग लग गई। हम मलबे से इसे ढकने का प्रयास कर रहे हैं।"
दिल्ली अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि रविवार रात अग्निशमन की कई गाड़ियां भेजी गई थीं।
अधिकारियों ने कहा कि भलस्वा कूड़ा स्थल लगभग 40 एकड़ में फैला है और 2017 के बाद से दो मीटर ऊंचा हो चुका है। उन्होंने बताया कि यहां प्रतिदिन लगभग 2,000 टन से ज्यादा कूड़ा डाला जाता है।
दिल्ली में कूड़ा जमा करने के लिए तीन स्थल हैं। पूर्व में गाजीपुर, दक्षिण में ओखला और उत्तर में भलस्वा। सिर्फ पश्चिमोत्तर दिल्ली के बवाना में ही एक 'प्रबंधित ठोकस कचरा डंपिंग एवं प्रसंस्करण स्थल' है।


