किसानों पर दर्ज हुई FIR, 30 हजार किसानों का जत्था राजधानी के लिए हुआ रवाना
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनो को लेकर देश में घमासान जारी है

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनो को लेकर देश में घमासान जारी है। देश अन्नदाता लगातार 16 दिन से राजधानी दिल्ली मेंप्रदर्शन जारी हैं। इसी बीच बीते 7 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर बैठे किसानों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जी हां अब किसानों पर एफआईआर दर्ज की ज चुकी है और अब कार्रवाई भी होगी। जहां एक तरफ किसानों पर एफआईआर हो रहीहै तो वहीं अब ये आंदोलन और उग्र होता जा रहा है। किसानों ने राजधानी को घेरने की योजना बना ली है और आज शुक्रवार को पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 30,000 किसानों का एक जत्था शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी की ओर रवाना हुआ है।
आज लगभग 700 ट्रॉलियों में बैठकर किसान राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। ट्रैक्टर-ट्रेलर, बसों, कारों और मोटरसाइकिलों पर सवार होकर पूरी तैयारी से किसान निकल गए हैं। खाने-पीने के सामानों के साथ किसान मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े अधिकांश किसानों ने अमृतसर शहर से अपनी यात्रा शुरू की। अब ये जत्था राजधानी पहुंचेगा और एक बार फिर से सरकार को झुकाने की मुहिम शुरु होगी।
किसानों के अलावा अगर पुलिस की बात करें तो सिंघु बॉर्डर पर तैनात दिल्ली पुलिस के दो आईपीएस अफसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जांच किये जाने के बाद इन दोनों अफसरों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर किसान अड़े हुए हैं तो वहीं सरकार इन कानूनों में संशोधन करने के लिए तैयार हैं और साथ ही बोला कि एमएसपी को लेकर लिखित आश्वासन भी किसानों को दिया जाएगा।
सरकार के प्रस्ताव को किसान खारिज कर चुके हैं और साथ ही चेतावनी दी है मंत्रियों के आवास को घेरने की। किसानों ने साफ कहा है कि अब सरकार पर जबाव बनाने के लिए मंत्रियों के आवास को भी घेरा जाएगा और साथ ही साथ सड़कों के बाद अब रेलवे ट्रैक को भी जाम किया जाएगा।


