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आम आदमी पार्टी नेत्री के खिलाफ एफआईआर, बेटे की मौत के बाद मां लड़ रही न्याय की जंग
रूचि गुप्ता ग्वालियर में आम आदमी की प्रभावशाली नेत्री हैं, वर्तमान में मध्यप्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर हैं साथ ही महापौर चुनाव लड़ चुकी हैं। इन्हीं की गाड़ी की टक्कर से एक युवक की मौत हो गई थी

ग्वालियर: आम आदमी पार्टी की प्रभावशाली महिला नेत्री मध्यप्रदेश उपाध्यक्ष रुचि गुप्ता पर एफआईआर दर्ज हुई हैं। पीड़िता आशा राणा ने जान से मारने कि धमकी, गाली गलौज व धक्का मुक्की के आरोप रुचि गुप्ता पर लगाए हैं। सबसे बड़ी बात है कि यह घटना विश्वविद्यालय थाने के अंदर की बताई जा रही है। घटना के बाद रुचि गुप्ता ने सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो चला पुलिस कर्मियों पर ही आरोप लगाए थे।
मामला कुछ माह पुराना है जब ग्वालियर के निजी कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र उज्जवल राणा की मौत आप नेत्री रूचि गुप्ता की गाड़ी द्वारा सिटी सेंटर इलाके में टक्कर मारने से हो गई थी, घटना के 15 दिन बाद पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर रूचि गुप्ता की गाड़ी को ट्रेस किया था लेकिन रूचि गुप्ता के राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस ने इनकी गाड़ी को तो जब्त कर लिया लेकिन रूचि गुप्ता या उनके गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर को गिरफ्तार नहीं किया और खानापूर्ति करते हुए एक नोटिस दे दिया, यहाँ अहम सवाल ये उठता है कि जरा सी मारपीट या छोटे मोटे अपराध में लोगों को अंदर करने वाली पुलिस ने किसी परिवार का इकलौता चिराग बुझने के बाद हत्यारे को केवल एक नोटिस देकर छोड़ दिया।
पुलिस की पक्षपात पूर्ण कार्रवाई पर लगातार सवाल उठते रहे हैं लेकिन इस बार तो हद तब हो गई जब आप नेत्री ने मृतक उज्जवल राणा के माँ के खिलाफ ही थाने में मारपीट करने की एफआईआर करवा दी, जबकि निम्न मध्यवर्गीय परिवार से आने वाली मृतक छात्र उज्जवल राणा की माँ बेचारी अपने मृत बेटे को न्याय दिलाने पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है, आपको बता दें कि एक दिन पहले थाने में मचे बवाल के बाद रुचि गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस करके मृतक छात्र की माँ के खिलाफ अभद्रता और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं, थाने के बाहर छात्र की मांँ के साथ हुए विवाद के बाद रूचि गुप्ता ने पुलिस कर्मियों पर भी रिश्वत लेने के आरोप मढ़ दिए।
मृत छात्र की मां पिता न्याय के बजाए और अन्याय होता देख आहत हो गए और जब रविवार को उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर थाने पर प्रदर्शन वी नारेबाजी की तब जाकर पुलिस के काम में जूं रेंगी। बबाल बड़ता देख विश्वविद्यालय थाने में आशा राणा की शिकायत पर रुचि गुप्ता के विरुद्ध धारा 294, 323 व 506 का प्रकरण दर्ज कर लिया। मृतक युवक की मां वी पिता ने देशबन्धु को बताया कि उनका बेटा पढ़ाई के बाद उनका सहारा बनेगा ऐसी उम्मीद थी। लेकिन अमीरजादों की तेज रफ्तार गाड़ी ने उनके सपने चूर चूर कर दिए। उसके हत्यारों की पकड़ने के बजाए हम पर ही केस वापस लेने का दवाब बनाया का रहा है। पूरे नाटकीय घटनाक्रम में अब तक पुलिस की कार्यवाही भी सवालों के घेरे में है। महीनों बाद भी पीड़ित मा पिता दर दर भटक रहे हैं। फिलहाल एफआईआर तो पुलिस ने दर्ज कर ली है। और पीड़िता मा पिता को कार्यवाही का आश्वासन दे दिया है।
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