देशभर में धूमधाम से मनाई गई ईद
पवित्र रमजान महीने के समापन के साथ रविवार को जब चांद दिखा, तो सोमवार को देशभर में ईद त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाया गया

नई दिल्ली। पवित्र रमजान महीने के समापन के साथ रविवार को जब चांद दिखा, तो सोमवार को देशभर में ईद त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाया गया।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों और ईदगाहों में खास नमाज अदा की और एक-दूसरे के गले मिलकर 'ईद मुबारक' की बधाई दी। अशांत कश्मीर में पत्थरबाजों तथा सुरक्षाबलों के बीच विभिन्न जगहों पर झड़प की खबरें हैं।
विभिन्न राज्यों में भारी तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज पढ़ी।
हजारों लोगों ने दिल्ली की जामा मस्जिद, मुंबई, लखनऊ, हैदराबाद, श्रीनगर, भोपाल, बेंगलुरू तथा कई अन्य जगहों पर प्रमुख मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन से राष्ट्र को ईद-उल-फितर के अवसर पर बधाई दी और कामना की कि देश में शांति और भाईचारे की भावना कायम रहे।
मोदी ने रविवार रात एक ट्वीट में कहा, "ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं! कामना है कि यह शुभ दिन हमारे समाज में शांति और भाईचारे की भावना बढ़ाए।"
अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, अनिल कपूर तथा वरुण धवन जैसे बॉलीवुड के सितारों ने अपने प्रशंसकों के लिए पूरे साल खुशियां, शांति व प्रेम की कामना की।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को ईद के मौके पर कश्मीर के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह पर्व कश्मीर घाटी में शांति, सौहार्द्र तथा खुशहाली लाएगा।
कश्मीर घाटी में सोमवार को ईद की नमाज के बाद कई स्थानों पर सुरक्षा बलों और पत्थरबाजों के बीच हिंसक झड़पें हुईं।
पुलिस ने कहा कि अनंतनाग, सोपोर, कुलगाम, पुलवामा और पट्टन शहरों में झड़पों में 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
अनंतनाग में जंगलात मंडी में नमाज के तुरंत बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
अनंतनाग में करीब एक घंटे तक छिटपुट झड़पें जारी रहीं। बारामुला जिले के सोपोर और पट्टन शहरों में भी ईद की नमाज के बाद झड़पों की खबरें मिली हैं।
घाटी में अन्य स्थानों पर ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उच्च सुरक्षा वाले सोनावार इलाके की एक मस्जिद में ईद की नमाज अदा की।
कश्मीर के पुलिस महानिदेशक ने रविवार को एक दिशा-निर्देश जारी कर वीआईपी लोगों को केवल सुरक्षित स्थानों पर ही ईद की नमाज अदा करने को कहा था।
केरल में भारी बारिश के कारण लोगों को घरों में ही ईद की नमाज पढ़नी पड़ी। मुस्लिम बहुल इलाकों मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर, कोच्चि व त्रिवेंद्रम में लोगों की भारी भीड़ देखी गई।
तेलंगाना तथा आंध्र प्रदेश में धूमधाम से ईद का त्योहार मनाया गया।
पारंपरिक परिधानों में दोनों तेलुगू भाषी राज्यों के मुस्लिमों ने ईदगाहों, खुले मैदानों तथा मस्जिदों में ईद की नमाज पढ़ी।
ऐतिहासिक मीर आलम ईदगाह, मदन्नापेट ईदगाह, उजाले शाह, बलमराय, मक्का मस्जिद, पब्लिक गार्डन मस्जिद, हॉकी मैदान, सेना मैदान तथा सिकंदराबाद ईदगाह में भारी तादाद में लोगों ने नमाज पढ़ी।
मीर आलम ईदगाह में मौलाना हाफिज मोहम्मद रिजवान कुरैशी के नेतृत्व में ईद की नमाज पढ़ी गई।
ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में हाफिज मोहम्मद लतीफ अहमद के नेतृत्व में ईद की नमाज पढ़ी गई।
पुलिस ने सीसीटीवी के साथ-साथ सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे।
नमाज के बाद लोगों ने अपने रिश्तेदारों व मित्रों को ईद की बधाई दी।
लोगों ने घरों में अतिथियों का 'शीर खुरमा' तथा अन्य पकवानों से स्वागत किया।
दोनों राज्यों के राज्यपाल ई.एस.एल.नरसिम्हन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री, के.चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों को ईद की बधाई दी।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द्र, धार्मिक सहिष्णुता एवं देश की महान 'गंगा-जमुनी तहजीब' को बनाए रखने की अपील की।
वहीं, चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना प्रेम, दया व भाईचारे का संदेश देता है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि देश में असहिष्णुता का माहौल है। उन्होंने लोगों से एकजुट रहने की अपील की।
शहर में एक ईद समारोह में ममता ने कहा, "मुझे पता है कि असहिष्णुता के माहौल ने इस देश को बेहद दर्द दिया है। हम यहां सबके लिए हैं। हम एकजुट हैं।"
भोपाल के ताज-उल-मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ने के लिए लोग सुबह से ही जुटने लगे थे। इंदौर, जबलपुर, सागर, बुरहानपुर तथा उज्जैन में उल्लासपूर्वक ईद का त्योहार मनाया गया।
वहीं, राजस्थान में जयपुर के बाहरी इलाके में स्थित ईदगाह में हजारों की तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज पढ़ी।
पंजाब, हरियाणा तथा चंड़ीगढ़ के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने ईद का पर्व मनाया।
सीमा पर भारत तथा पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण अटारी-वाघा संयुक्त जांच चौकी पर मिठाइयों का आदान-प्रदान नहीं किया गया।


