मानसून सुगबुगाहट से खाद-बीज का उठाव
दक्षिण-पश्चिम मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने के संकेत मिलते ही प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों में खाद-बीज के उठाव में तेजी आ गई है...
रायपुर। दक्षिण-पश्चिम मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने के संकेत मिलते ही प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों में खाद-बीज के उठाव में तेजी आ गई है। किसान अल्पकालीन कृषि ऋण के तहत खाद और बीज का उठाव कर रहे हैं।
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि प्रदेश की एक हजार 333 प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों के माध्यम से बीते 14 जून तक लगभग दो लाख 84 हजार 540 क्विंटल बीजों का वितरण किसानों को कर दिया गया है।
इनमें दो लाख 68 हजार 55 क्विंटल धान, एक हजार 93 क्विंटल मक्का, 142 क्विंटल अरहर, 14 हजार 481 क्विंटल सोयाबीन तथा 769 क्विंटल अन्य फसलों के बीज शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में समितियों सहित अन्य निर्धारित संस्थाओं में करीब पांच लाख 26 हजार 881 क्विंटल बीज का भंडारण है। श्री अग्रवाल ने बताया कि खरीफ मौसम 2017 में विभिन्न फसलों के सात लाख 44 हजार 965 क्विंटल बीज की मांग है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए उर्वरकों का उठाव भी किसानों द्वारा समितियों से किया जा रहा है। इस साल 10 लाख 65 हजार मीटरिक टन उर्वरक वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। दो दिन पहले तक लगभग दो लाख 63 हजार 690 मीटरिक टन खादों का वितरण किया जा चुका है। वितरित खादों में एक लाख 16 हजार 602 मीटरिक टन यूरिया, 31 हजार 100 मीटरिक टन सुपर फास्फेट, 20 हजार 662 मीटरिक टन पोटाश, 85 हजार 476 मीटरिक टन डीएपी-एमएपी तथा नौ हजार 850 टन एनपी के. खाद का वितरण पूरा हो गया है।


