महिला कलेक्टे्रट परिसर में हुई बेहोश
आज मई दिवस पर अपनी मासूम बेटी की मौत के बदले हक मांगने के लिए कलेक्टर के द्वार पर पहुंची लिंगियाडीह की श्रमिक महिला कुमारी ...

बिलासपुर। आज मई दिवस पर अपनी मासूम बेटी की मौत के बदले हक मांगने के लिए कलेक्टर के द्वार पर पहुंची लिंगियाडीह की श्रमिक महिला कुमारी बाई मानिकपुरी आज अचानक बेहोश हो गई।
कलेक्टर ने भले ही कुमारी बाई को आर्थिक सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया है। लेकिन पिछले 25 सालों से विकलांग, गरीब महिला घर के लिए भटक रही। उसका अपना आशियाना नहीं है। पति भी मानसिक रुप से परेशान है।
दो बच्चों के साथ गुजर-बसर कर रही कुमारी बाई मानिकपुरी की जिंदगी में अचानक उस समय भूचाल आ गया जब 22 अप्रैल को राजकिशोर नगर में मीना बाजार में करंट से उसकी मासूम बेटी जया की मौत हो गई। मीना बाजार के संचालन ने 10 हजार तथा तहसीलदार ने बच्ची की मौत के लिए 5 हजार मुआवजा राशि दी लेकिन आज मजदूर दिवस पर कुमारी बाई अपने हक के लिए प्रशासन के पास पहुंची तो गश खाकर गिर गई। आज लिंगियाडीह के उपसरपंच दिलीप पाटिल तथा पूर्व सरपंच यशोदा पाटिल गांव वालों के साथ पीड़ित मजदूर महिला कुमारी बाई को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे थे।
दिलीप पाटिले, कुंदर राव कामले, अनिल पंत, यशोदा पाटिल का कहना है कि गरीब परिवार के पास अपना घर नहीं है। कुमारी बाई के परिवार को शासन की तरफ से 5 लाख आवास योजना के तहत अटल आवास में मकान देने कीमांग की है। दिलीप पाटिल का कहना है कि मीना बाजार में 22 अप्रैल को संचालक की लापरवाही से कुमारी बाई की बेटी जया मानिकपुरी की करंट लगने से मौत हो गई। उसकी दो बेटी है। मूतिका के पिता गद्दीदास मानिकपुरी आर्थिक रुप से परेशान है। रिक्शा चलाकर जीवनयापन करने वाला इस परिवार की कुमारी बाई लोगों के घरों में बर्तन मांजकर बच्चों को पढ़ा रही है।
अब एक बेटी की मौत के बाद वह पूरी तरह से टूट गई आज जब गांव वालों के साथ कुमारी बाई मानिकपुरी कलेक्टर से मुलाकात करने के बाद वापस आ रही थी तो कलेक्टर में ही मीडिया को अपनी आपबीती बताते हुए वह बेहोश हो गई। किसी तरह उसे होश में लाया गया दिलीप पाटिल व यशोदा पाटिल ने इस निर्धन परिवार के लिए सहायता राशि की मांग की है ताकि परिवार गुजर बसर कर सके। आज जनदर्शन में लोगों की फरियाद सुनने के बजाए कलेक्टर ने सुराज अभियान की तैयारी को लेकर चर्चा की।


