महिला सरपंच आशा रानी को कारण बताओ नोटिस
गांव रणसीका की महिला सरपंच आशा रानी पर प्रशासन की गाज कभी भी गिर सकती है
पलवल। गांव रणसीका की महिला सरपंच आशा रानी पर प्रशासन की गाज कभी भी गिर सकती है। डिप्टी कमिश्नर अशोक कुमार शर्मा ने महिला सरपंच को गांव के एक युवक की शिकायत पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सरपंच पर आरोप है कि गांव में पंचायत शामलात भूमि होने के बाद भी प्रस्ताव पास करके यह कहा था कि पंचायत के पास कोई जगह नहीं।
बताया गया है कि सरपंच ने सरकार का एक भवन गांव के एक निजी जगह में बना दिया। इस मामले की शिकायत ग्रामीणों ने उपायुक्त से की थी। गांव के बलवीर ने डिप्टी कमिश्नर को पलवल को दी शिकायत में कहा था कि गांव की सरपंच आशा रानी विकास कार्यों में धांधली कर रही है। बलबीर का यह भी आरोप था कि कई माह पहले सरपंच ने प्रस्ताव पास करे प्रशासन को भेजा था कि गांव में पंचायत देह की कोई जगह नहीं।
जबकि गांव में पंचायत देह की जगह है। सरपंच पर आरोप है कि उन्होंने अपने किसी निजी व्यक्ति की जमीन पर सरकारी पैसे से भवन बना दिया। नियमानुसार निजी जगह में भवन नहीं बनाया जा सकता है। ऐसा करने के लिए पहले उस व्यक्ति को पंचायत के लिए जमीन दान करनी होती है। तभी भवन या कोई अन्य सरकारी निर्माण कराया जा सकता है। लेकिन सरपंच ने ऐसा नहीं किया।
उपायुक्त ने गांव की महिला सरपंच को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलबी की तथा अन्य विकास कार्यों की जांच खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजन सिंगला को सौंप दी गई है। वहीं इस संदर्भ में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजन सिंगला का कहना था कि सभी मामलों की जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य आएंगे उस हिसाब से कार्रवाई होगी।


