महिला डॉक्टर और स्टाफ नर्स निलंबित
जिला अस्पताल में 16 मई की रात डाक्टर व स्टाफ कर्मियों द्वारा प्रसव पीड़ा से गुजर रही महिला को अस्पताल से भगा दिये....

बिलासपुर। जिला अस्पताल में 16 मई की रात डाक्टर व स्टाफ कर्मियों द्वारा प्रसव पीड़ा से गुजर रही महिला को अस्पताल से भगा दिये जाने के मामले में आज जिला अस्पताल की डा.रीमा घोष, नर्स सीमा सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं उनका इंक्रीमेंट भी रोक दिया गया है। साथ ही प्रसूति वार्ड के पूरे स्टाफ को अन्य वार्ड मेें अटैच कर दिया गया है।
जिला अस्पताल में आज एडीएम के.डी.कुंजाम, ज्वाइंट डायेक्टर डा.मधुलिका सिंह ठाकुर, सीएमओ बीबी बोड़े, सिविल सर्जन डा. एस एस बाजपेयी,, आरएमओ डा.मनोज जायसवाल ने पूरे घटना की जांच की। जिला अस्पताल में आज शाम 4 बजे से प्रसव पीड़ित महिला को अस्पताल से भगा दिये जाने की घटना को लेकर जांच गई जिसमें डा.रीमा घोष, नर्स सीमा को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं लेबर वार्ड में सभी का फेरबदल करते हुए स्टाफ को दूसरे वार्डों में अटैच कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि 16 मई की रात 10 बजे रेलवे क्षेत्र निवासी मुस्कान खान को प्रसव पीड़ा होने पर वह जिला अस्पताल गई थी। जहां ड्यूटी पर मौजूद डा रीमा घोष व स्टाफ नर्स सीमा ने मुस्कान को भर्ती नहीं किया वहीं वार्ड फुल होने का हवाला देते हुए उसे भगा दिया जिससे वह अपने घर वापस लौट गई और रात भर अपने झोपड़ीनुमा मकान पर दो बच्चों के साथ पड़ी रही। 17 मई के दोपहर अचानक प्रसव पीड़ा होने पर उसने एक बच्चे को जन्म दिया। उसके बाद यह खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। उसके बाद 18 मई को संभागायुक्त निहारिका बारिक ने जांच समिति बनाई व इस घटना की जांच के आदेश दिये। जांच समिति में एडीएम के.डी.कुंजाम, सीएमओ डा.बी.बी.बोड़े व ज्वाइंट डायरेक्टर डा.मधुलिका सिंह शामिल रहे।
घटना गंभीर, सख्त कार्रवाई हुई
इस गंभीर घटना की जांच में आज जांच की रिपोर्ट पर सख्त कार्रवाई की गई। उस दिन डियूटी में रही महिला डाक्टर व नर्स को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं उनका इक्रीमेंट भी रोक दिया गया है। साथ ही लेबर वार्ड में पूरे स्टाफ का हटा दिया गया है।


