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प्रियंका गांधी ने कहा-सर अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रहा है, नितिन गडकरी बोले-कभी भी आ जाइए

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान प्रियंका गांधी ने आज नितिन गडकरी से नहीं मिल रहे अप्वाइंटमेंट को लेकर आग्रह किया। इसपर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका दरवाजा सबके लिए हमेशा खुला रहता है।

प्रियंका गांधी ने कहा-सर अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रहा है, नितिन गडकरी बोले-कभी भी आ जाइए
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नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपॉइंटमेंट मांग लिया। उन्होंने सड़क परिवहन मंत्री से कहा कि वह पिछले कुछ महीनों से ‘अपॉइंटमेंट’ (मुलाकात के लिए समय) की मांग रही हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली।

इसपर गडकरी ने हंसते हुए कहा कि आज प्रश्नकाल के बाद आप आ जाइए। कभी भी आ जाइए। गडकरी ने कहा कि मेरा दरवाजा हमेशा खुला रहता है। अप्वाइंटमेंट लेने की भी जरूरत नहीं है. इसपर प्रियंका ने हाथ जोड़कर मंत्री का अभिवादन किया।

केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी ने प्रश्नकाल के दौरान चंडीगढ़-शिमला राजमार्ग से संबंधित पूरक प्रश्न पूछते हुए इस बात का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वह गत जून महीने से अपने क्षेत्र के मुद्दों को लेकर गडकरी से मिलने का समय मांग रही हैं।उन्होंने कहा, 'जून से मिलने का समय मांग रही हूं, कृपया समय दीजिए।'

इस पर गडकरी ने कहा, 'आप प्रश्नकाल के बाद आ जाइए। आप कभी भी आ जाइए, दरवाजा हमेशा खुला रहता है। अपॉइंटमेंट की जरूरत नहीं है।'निर्माण की गति बढ़ाकर 60 किलोमीटर प्रतिदिन करना है लक्ष्यगडकरी ने बुधवार को कहा कि सरकार का लक्ष्य देश में राजमार्ग निर्माण की गति को बढ़ाकर 60 किलोमीटर प्रतिदिन करना है।

इसके बाद गडकरी ने प्रियंका के सवाल को लेकर कहा कि वहां भी वही समस्या है कि हिमालय के क्षेत्र में सब जगह एक ही समस्या है। उन्होंने बताया कि हमारे कंट्रैक्टर भी उससे निकल गए हैं। उन्होंने कहा कि इसपर हमने स्विटजरलैंड हमने एक डील साइन किया है। ये बार-बार हिमाचल में जो लैंडस्लाइड हो रहा है। उसके ऊपर 84 लोकेशन की पहचान की है।

गडकरी ने कहा कि ये काम स्टार्ट हुआ है। पूरे हिमालय में मेरी ये समझ था कि हिमालय मतलब पहाड़ होता है। लेकिन मैं देखता हूं कि हिमालय मिट्टी है। हम इससे निपटने के लिए काम कर रहे हैं। उसके लिए स्पेशल तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। चंडीगढ़ से मनाली साढ़े 3 घंटे में पहुंच जाएंगे। काफी टनल और रोड बन गए हैं, मामला काफी अच्छा हो गया।


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