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पीएम मोदी ने लखनऊ में ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन किया, तीन मूर्तियों का किया अनावरण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में बने राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण कर दिया है। यहां बनी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय की मूर्तियों का अनावरण भी किया।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल की सौगात दी है। इस दौरान यहां बनी तीन विभूतियों अटल बिहारी वापजेयी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीन दयाल उपाध्याय की कांस्य की भव्य प्रतिमाओं का अनावरण किया। पीएम मोदी के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।

इससे पहले लखनऊ एयरपोर्ट पर पौने एक बजे पीएम का विमान उतरा। यहां कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रधानमंत्री की अगवानी की। यहां से पीएम मोदी सेना के हेलीकाफ्टर से कार्यक्रम स्थल पहुंचे।

मूर्तियों के साथ म्यूजियम

यहां पर तीनों विभूतियों के संस्मरणों को संजोने के लिए यहां म्यूजियम भी बनाया गया है। पीएम मोदी इस म्यूजियम का निरीक्षण भी किया। प्रेरणा स्थल ऐसी जगह बनाया गया है जहां कभी कूड़े का ढेर था। लोग यहां आने से भी कतराते थे और रास्ता बदलकर निकलते थे। पीएम के आगमन को देखते हुए पूरा शहर हाई अलर्ट पर है।

230 करोड़ से बना है प्रेरणा स्थल

65 एकड़ में विकसित भव्य राष्ट्र प्रेरणा स्थल लगभग 230 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। यह स्थल न केवल स्थापत्य की दृष्टि से अद्वितीय है, बल्कि भारतीय राजनीति व राष्ट्रनिर्माण को दिशा देने वाली महान विभूतियों को समर्पित एक प्रेरणा केंद्र भी है।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपीजी, खुफिया विभाग और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी पिछले तीन दिनों से लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं और हर बिंदु पर बारीकी से जांच-पड़ताल की गई है।

मुख्य आकर्षण 65-65 फीट ऊंची मूर्तियां

राष्ट्र प्रेरणा स्थल के मुख्य आकर्षण यहां स्थापित की गई 65-65 फीट ऊंची तीन भव्य कांस्य प्रतिमाएं ही हैं। इनमें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्तियां शामिल हैं। ये तीनों हस्तियां भारतीय राजनीति के उस विचार प्रवाह का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिसने वर्तमान भाजपा और संघ परिवार की नींव रखी है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में जनसंघ की स्थापना की थी। दीनदयाल उपाध्याय भी जनसंघ के संस्थापक नेताओं में एक थे और बाद में अध्यक्ष भी बने थे। अटल जी भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष और केंद्रीय सत्ता तक पहुंचाने वाले पहले नेता थे।

विरासत के सम्मान और संरक्षण को सरकार कृतसंकल्प

पीएम मोदी ने लखनऊ आने से पहले एक द्वीट कर कहा कि देश की महान विभूतियों की विरासत के सम्मान और संरक्षण के लिए हमारी सरकार कृतसंकल्प है। इसी कड़ी में लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती के अवसर पर ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ के उद्घाटन का सौभाग्य मिलेगा।

यहां वाजपेयी जी के साथ ही डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की भव्य कांस्य प्रतिमाएं भी लगाई गई हैं। इसके साथ ही एक अत्याधुनिक संग्रहालय भी विकसित किया गया है, जहां राष्ट्र निर्माण में इन दूरदर्शी नेताओं के अमूल्य योगदान के बारे में जानने का अवसर मिलेगा।


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