बिहार चुनाव के एक महीने बाद प्रशांत किशोर ने प्रियंका गांधी से की मुलाकात, सियासी हलचल तेज
प्रियंका गांधी से प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद उनके कांग्रेस में आने की सियासी अटकलें तेज हो गई है। बिहार चुनाव में जन सूराज सभी सीटों पर लड़ी लेकिन 1 सीट भी नहीं जीत पाई थी।

नई दिल्ली। Prashant Kishor: जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह मुलाकात दोनों के बीच की पुरानी कड़वाहट को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राजनीतिक गलियारे में कयास लगाया जा रहा है कि जनसूराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर कांग्रेस में आने वाले हैं, अगर ऐसा है तो राजनीतिक उलटफेरों में ये कदम भी एक बड़ा छाप छोड़ने वाला है।
कांग्रेस से अलग होने के बाद से पीके लगातार पार्टी के आलोचक रहे हैं। हाल ही में हुए बिहार चुनावों के दौरान भी उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के अभियान को राज्य में चुनावी मुद्दा मानने से इनकार कर दिया था। गौरतलब है कि बिहार चुनाव में जन सुराज के 238 में से 236 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, जबकि कांग्रेस ने भी 61 में से केवल 6 सीटें जीती थीं।
2021 में कांग्रेस में शामिल होने वाले थे पीके
प्रशांत किशोर 2021 में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के प्रस्ताव के साथ गांधी परिवार के संपर्क में थे। उन्होंने तब कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी से भी उनके 10, जनपथ स्थित आवास पर मुलाकात की थी, जिसमें राहुल और प्रियंका सहित कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने उनके प्रस्तावों पर विचार करने के लिए एक पैनल का गठन किया था। रिपोर्टों के अनुसार, तब किशोर पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार थे।
'फ्री हैंड' की चाहत से टूट गई बात
प्रशांत किशोर और कांग्रेस नेतृत्व के बीच बात तब टूट गई जब किशोर ने पार्टी के 'एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप 2024 (EAG)' का हिस्सा बनने के कांग्रेस के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। विभिन्न रिपोर्टों में बताया गया कि किशोर पार्टी में अधिक स्वतंत्रता ('फ्री हैंड') चाहते थे। ऐसा माना जाता है कि उनके पार्टी कायाकल्प की योजना में एक बड़े नेतृत्व बदलाव की बात शामिल थी, जिसके तहत जन नेताओं को छोड़कर अन्य सभी को दरकिनार किया जा सकता था। इसमें पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, कार्य समिति के अधिकांश नेता भी शामिल होते।
दोनों पक्षों के ये थे आधिकारिक बयान
बातचीत टूटने के बाद कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा था, 'प्रशांत किशोर के साथ प्रस्तुति और चर्चा के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष ने 'एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप 2024' का गठन किया और उन्हें परिभाषित जिम्मेदारी के साथ समूह के हिस्से के रूप में पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने मना कर दिया। हम उनके प्रयासों और पार्टी को दिए गए सुझावों की सराहना करते हैं।' उस समय कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी किशोर द्वारा प्रस्ताव अस्वीकार करने की पुष्टि की थी।
प्रशांत किशोर ने खुद ट्वीट कर स्पष्ट किया था कि, 'मैंने EAG के हिस्से के रूप में पार्टी में शामिल होने और चुनावों की जिम्मेदारी लेने के कांग्रेस के उदार प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। मेरे विनम्र विचार में पार्टी को मुझसे ज्यादा, परिवर्तनकारी सुधारों के माध्यम से गहरी जड़ें जमा चुकी संरचनात्मक समस्याओं को ठीक करने के लिए नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।'


