लड़कियों के साथ पूल में नजर आए पूर्व US राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, एपस्टीन फाइल्स की नई खेप जारी
अमेरिका के बहुचर्चित जेफ्री एपस्टीन मामले में नई फाइलें सार्वजनिक हो चुकी हैं। 3 लाख पेज की इन फाइलों में कई नई तस्वीरें सामने आई हैं। इसमें एक बार फिर से सबसे बड़ा नाम पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का है, जो पूल में महिलाओं के साथ नहाते नजर आ रहे हैं।

नई दिल्ली। अमेरिका के बहुचर्चित जेफ्री एपस्टीन सेक्स स्केंडल फाइल्स की नई खेप जारी हो चुकी है। अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को इस मामले से जुड़े हुए तीन लाख से ज्यादा दस्तावेज सार्वजनिक कर दिए। इन फाइलों में सैकड़ों तस्वीरें हैं, जिनकी फिलहाल जांच की जा रही है।
इसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जेफ्री, पॉप स्टार माइकल जैक्सन, ब्रिटिश प्रिंस एंड्रयू जैसे बड़े नाम शामिल हैं। न्याय विभाग ने इन फाइलों को जारी करते हुए कहा कि इसमें पीड़ितों की पहचान छिपाने की पूरी कोशिश की गई है, फिर भी अनजाने में कोई जानकारी छूट सकती है।कई महीनों से अमेरिका और वैश्विक स्तर पर राजनीति को हिलाने वाली इन फाइल्स की कई परतें खुलना अभी बाकी हैं। न्याय विभाग के मुताबिक अभी भी कई दस्तावेज रोके गए हैं, क्योंकि उनकी जांच जारी है।
फिलहाल इन खुलासों का वर्तमान राजनीति पर क्या असर होगा, इसके बारे में फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा, क्योंकि बड़ी संख्या में दस्तावेज जारी हुए हैं, जिनकी समीक्षा की जा रही है।आपको बता दें जेफ्री एपस्टीन एक यौन अपराधी था, जिसके ऊपर नाबालिग बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न करने के आरोप थे। जेल में उसकी मौत के बाद लगातार इस मामले की फाइलें सार्वजनिक होती आई हैं, हालांकि हाई प्रोफाइल लोगों के नाम जुड़ने की वजह से यह केस और भी ज्यादा चर्चित हो गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान ऐलान किया था कि वह एपस्टीन फाइल्स को पूरी तरह से सार्वजनिक कर देंगे। हालांकि, राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने इन फाइल्स को सार्वजनिक करने में हिचकिचाहट दिखाते हुए इसे डेमोक्रेटिक धोखा करार दिया। इतना ही नहीं उन्होंने रिपब्लिकन सांसदों से भी इसका विरोध करने का आग्रह किया।
ट्रंप प्रशासन की इस हिचकिचाहट ने राष्ट्रपति के कट्टर समर्थकों को भी उनके खिलाफ लाकर खड़ा कर दिया। एलन मस्क जैसे लोगों ने भी ट्रंप के ऊपर इस मामले से जुड़ी फाइलों को जानबूझकर दबाने का इल्जाम लगाया। कई महीनों की राजनीतिक खींचतान और दबाव के बाद ट्रंप ने 19 नवंबर को एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट पर हस्ताक्षर कर दिए, जिसे कांग्रेस ने भारी बहुमत से मंजूरी दी। इसके बाद शुक्रवार को 3 लाख पेजों को सार्वजनिक कर दिया। इनमें कई फोटोस भी शामिल हैं।
इन जारी की गई तस्वीरों में अभी तक सबसे चर्चित तस्वीर पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की हैं। इनमें से एक तस्वीर में क्लिंटन, एपस्टीन के करीबी सहयोगी और सह-आरोपी घिस्लेन मैक्सवेल के साथ स्विमिंग पूल में नजर आ रहे हैं, इसमें उनके साथ कई अन्य महिलाएं भी हैं।आपको बता दें, क्लिंटन पहले ही इस मामले पर कह चुके हैं कि उन्हें एपस्टीन के साथ अपने मेलजोल पर अफसोस है, लेकिन उन्हें उसके किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल होने की जानकारी नहीं थी।
नई तस्वीरों के सामने आने के बाद बिल क्लिंटन की प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि ट्रंप प्रशासन खुद को बचाने में लगा हुआ है। प्रवक्ता ने कहा पूर्व राष्ट्रपति ने एपस्टीन के अपराधों की जानकारी सामने आने से पहले ही उसके साथ संबंध खत्म कर लिए थे, ट्रंप प्रशासन 20 साल पुराने धुंधले फोटो चाहे कितने ही जारी कर ले, लेकिन यह मामला क्लिंटन से जुड़ा नहीं है।
गौरतलब है कि इस मामले में राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर भी सवाल उठ रहे हैं। 2000 के मध्य दशक तक एपस्टीन के साथ दोस्ती निभाने वाले ट्रंप ने पहले ही साफ कर रखा है कि उन्हें एपस्टीन के आपराधिक गतिविधि में शामिल होने की जानकारी नहीं थी, लेकिन उसके बाद भी यह मामला उनके लिए गले की फांस बना हुआ है। डेमोक्रेटिक पार्टी लगातार इस मामले में ट्रंप के होने का आरोप लगा रही है। इस खुलासे को अधूरा बताते हुए यह केवल एक कवर-अप की कोशिश थी। प्रशासन कुछ तो छिपा रहा है।
5 वजहों से जानकारी छिपा रही सरकार
फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक कानून में साफ कहा गया है कि किसी भी दस्तावेज को सिर्फ इसलिए नहीं रोका जा सकता क्योंकि उससे किसी को शर्मिंदगी होगी, किसी की छवि खराब होगी या मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील है।
यह नियम सभी पर लागू होता है। चाहे वह कोई सरकारी अधिकारी हो, कोई बड़ा नेता हो या कोई विदेशी हस्ती, लेकिन कानून यह भी कहता है कि कुछ खास हालात में दस्तावेजों के कुछ हिस्से छिपाए जा सकते हैं।
1. दस्तावेजों में पीड़ितों की निजी पहचान संबंधी जानकारी
2. बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी सामग्री
3. शारीरिक हिंसा को दिखाने वाली सामग्री
4. ऐसी जानकारी जिससे चल रही जांच पर असर पड़े
5. ऐसी जानकारी जो राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के कारण सीक्रेट रखना जरूरी हो


