भ्रष्टाचार के आरोप में आर्मी ऑफिसर गिरफ्तार, रक्षा मंत्रालय ने कहा- भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे
सीबीआई ने कथित रूप से रिश्वत के मामले में सेना में कार्यरत लेफ्टिनेंट कर्नल को गिरफ्तार किया है। इस मामले में सैन्य अधिकारी की पत्नी का भी नाम है। सेना के अधिकारी की पत्नी भी आर्मी में काम करती है।

नई दिल्ली । रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि कथित रिश्वत मामले में एक सेवारत सेना अधिकारी की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के प्रति सरकार के 'जीरो टॉलरेंस' रवैये को दिखाती है। रक्षा मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई भारत सरकार की 'भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस' की घोषित नीति के तहत की गई है। यह गिरफ्तारी कानूनी और संस्थागत तरीकों से भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार के एक्टिव रवैये को दिखाती है।
सीबीआई ने किया अरेस्ट
यह बयान सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) द्वारा लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा और विनोद कुमार, जो एक प्राइवेट व्यक्ति और कथित बिचौलिया है, को रक्षा से जुड़े क्लीयरेंस और फेवर से जुड़े मामले में गिरफ्तार करने के एक दिन बाद आया है। प्रमुख जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि दोनों ने रिश्वत पहुंचाने के लिए 'माध्यम' के रूप में काम किया।
रक्षा मंत्रालय के तहत रक्षा उत्पादन विभाग में डिप्टी प्लानिंग ऑफिसर के तौर पर काम कर रहे लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा पर गलत काम करने की आदत, जिसमें प्राइवेट डिफेंस फर्मों से गलत फायदे के बदले रिश्वत लेना शामिल है, का आरोप लगाया गया है।
डिफेंस कंपनियों के प्रतिनिधि से संपर्क
CBI के मुताबिक, ऑफिसर दुबई की एक डिफेंस कंपनी के प्रतिनिधियों, राजीव यादव और रवजीत सिंह के संपर्क में था, जो कथित तौर पर बेंगलुरु में रहते हैं। ये लोग कंपनी के भारतीय ऑपरेशंस को मैनेज करते हैं। जांचकर्ताओं का आरोप है कि यादव और सिंह शर्मा के साथ रेगुलर संपर्क में थे और कंपनी के लिए गैर-कानूनी तरीकों से अच्छे नतीजे हासिल करने के लिए उनके साथ कोऑर्डिनेट करते थे।
केस में सैन्य अधिकारी की पत्नी का भी नाम
इस केस में लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा की पत्नी का नाम भी है, जो खुद भी एक सेवारत सेना अधिकारी हैं। कर्नल काजल बाली फिलहाल राजस्थान के श्री गंगानगर में 16 इन्फैंट्री डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट की कमांडिंग ऑफिसर के तौर पर तैनात हैं। FIR में कई अज्ञात लोगों और दुबई की एक कंपनी का भी जिक्र है। CBI के मुताबिक, 18 दिसंबर को कुमार ने कथित तौर पर कंपनी की तरफ से शर्मा को 3 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।


