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उस्मान हादी की मौत के बाद सुलगा बांग्लादेश, अवामी लीग का दफ्तर फूंका, 4 शहरों में हिंसा

बांग्लादेश में द डेली स्टार के दफ्तर में हमलावरों ने पहले ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल में भारी तोड़फोड़ की। इसके बाद करीब 12:30 बजे आग लगा दी गई। आग तेजी से फैल गई और देखते ही देखते दो मंजिलें इसकी चपेट में आ गईं।

उस्मान हादी की मौत के बाद सुलगा बांग्लादेश, अवामी लीग का दफ्तर फूंका, 4 शहरों में हिंसा
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नई दिल्ली। बांग्लादेश एक बार फिर हिंसा की आग में झुलस रहा है। बांग्लादेश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद कई शहरों में हिंसा भड़क गई है, वहां के बड़े अखबारों के ऑफिस में आग लगा दी गई है, पत्रकारों पर हमला किया गया है। बांग्लादेश भर में हो रही हिंसा से राष्ट्रीय चुनावों से पहले और अशांति की आशंका बढ़ गई है।

इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान के आवास में भी तोड़फोड़ की गई है और शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के ऑफिस को भी जला दिया गया है।

इंकलाब मंच मंच के प्रवक्ता और आम चुनावों में उम्मीदवार बनने को तैयार हादी को पिछले शुक्रवार को ढाका में अपना चुनाव अभियान शुरू करते समय नकाबपोश हमलावरों ने सिर में गोली मार दी थी। बढ़िया इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर ले जाया गया था, जहां लाइफ सपोर्ट पर छह दिन बिताने के बाद उनकी मौत हो गई।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में भीड़ को देश के सबसे बड़े अखबार, प्रोथोम अलो और साथ ही डेली स्टार के ऑफिस में तोड़फोड़ करते और उसे आग के हवाले करते हुए देखा गया। बीडी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ढाका के कवरान बाजार में डेली स्टार के कार्यालय पर भीड़ के हमले के चार घंटे से अधिक समय बाद वहां कम से कम 25 पत्रकारों को आग में दहकते ऑफिस से बाहर निकालकर बचाया गया। गुस्साई भीड़ आधी रात करीब 12 बजे यहां हमला करने पहुंच गई थी।

बांग्लादेश में निशाने पर पत्रकार

रिपोर्ट के अनुसार पहला हमला बांग्ला भाषा के अखबार प्रोथोम अलो पर हुआ, जहां भीड़ नारे लगाती हुई गई थी। बीडी न्यूज के अनुसार, भीड़ ने आधी रात करीब 12 बजे ऑफिस में आग लगाने से पहले तोड़फोड़ की। द डेली स्टार के 25 पत्रकारों का बचाव शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे हुआ। हमलावरों ने रात करीब 12:30 बजे अखबार के ऑफिस में आग लगाने से पहले पहले उसके ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर तोड़फोड़ की। बीडी न्यूज के अनुसार, आग ने तेजी से दो मंजिलों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे हवा में धुएं का गुबार फैल गया।

द डेली स्टार कार्यालय में आगजनी

द डेली स्टार के दफ्तर में हमलावरों ने पहले ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल में भारी तोड़फोड़ की। इसके बाद करीब 12:30 बजे आग लगा दी गई। आग तेजी से फैल गई और देखते ही देखते दो मंजिलें इसकी चपेट में आ गईं। आग से उठते घने धुएं का गुबार दूर तक दिखाई देने लगा। अखबार के पत्रकारों ने बीडी न्यूज को बताया कि दमकल विभाग की गाड़ियां काफी देर तक मौके पर नहीं पहुंच सकीं, क्योंकि भीड़ ने रास्ता रोक रखा था।

जान बचाने के लिए छत पर पहुंचे पत्रकार

आग और धुएं के बीच फंसे पत्रकारों ने जान बचाने के लिए पूरी रात छत पर शरण ली। वे फोन कॉल और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मदद की गुहार लगाते रहे। द डेली स्टार की रिपोर्टर जायमा इस्लाम ने अंदर से संदेश भेजते हुए लिखा- मैं अब सांस नहीं ले पा रही हूं। बहुत ज्यादा धुआं है। मैं अंदर फंसी हूं। आप मुझे मार रहे हैं। करीब 2 बजे दमकलकर्मी आग पर काबू पाने में सफल हुए। हालांकि, आग बुझने के बाद भी पत्रकारों को तुरंत बाहर नहीं निकाला जा सका, क्योंकि भीड़ ने दोबारा इमारत में घुसपैठ कर दी।

सेना की तैनाती, सुबह 4 बजे हुआ रेस्क्यू

स्थिति बेकाबू होते देख सेना को द डेली स्टार भवन के सामने तैनात किया गया। सुबह करीब 4 बजे सैनिकों की निगरानी में पत्रकारों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान न्यू एज अख़बार के संपादक नुरुल कबीर भी मौजूद थे, जो भीड़ से बातचीत करने पहुंचे थे, लेकिन उन पर भी हमला किया गया।

अखबारों पर क्यों गुस्सा?

प्रदर्शनकारियों ने इन अखबारों पर भारत-समर्थक और शेख हसीना के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया। हसीना 2024 के छात्र आंदोलन के बाद भारत में शरण लिए हुए हैं। हादी खुद भारत और हसीना के कट्टर आलोचक थे और आगामी चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरने वाले थे।

सरकार की शांति की अपील

यह हिंसा ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने देशवासियों से शांति और संयम बरतने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि नागरिक कानून-व्यवस्था बनाए रखें और जांच एजेंसियों को पेशेवर तरीके से काम करने दें।देश को संबोधित करते हुए यूनुस ने कहा कि मैं देश के सभी नागरिकों से ईमानदारी से अपील करता हूं- धैर्य और संयम बनाए रखें। कानून प्रवर्तन एजेंसियों और संबंधित संस्थानों को पेशेवर तरीके से जांच करने दें। राज्य कानून के शासन की स्थापना और लोकतांत्रिक प्रगति के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। फिलहाल, ढाका में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और मीडिया संगठनों पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की जा रही है।

हादी की मौत से भड़की हिंसा

शरीफ उस्मान हादी पर 12 दिसंबर को ढाका में चुनाव प्रचार के दौरान मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारी थी। वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था। गुरुवार शाम उनकी मौत की खबर फैलते ही हजारों प्रदर्शनकारी शाहबाग चौराहे पर जमा हो गए।

प्रदर्शनकारियों ने हादी के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की और भारत-विरोधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना-विरोधी नारे लगाए। हिंसा तब बढ़ गई जब प्रदर्शनकारियों का एक समूह करवान बाजार पहुंचा, जहां प्रथम आलो (बंगाली भाषा का प्रमुख दैनिक) और डेली स्टार (अंग्रेजी भाषा का प्रमुख दैनिक) के दफ्तर स्थित हैं।"


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