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ट्रक चालकों को निर्देश सुरक्षाबलों के शिविरों में शरण लें, आतंकी हमलों से घबराए ट्रक चालक बिना फसल उठाए लौटने लगे

आतंकी हमलों और उनके द्वारा सेब की फसल से जुड़े लोगों की हत्याएं किए जाने के बाद हालांकि प्रशासन ने ट्रक चालकों को निर्देश दिया

ट्रक चालकों को निर्देश सुरक्षाबलों के शिविरों में शरण लें,  आतंकी हमलों से घबराए ट्रक चालक बिना फसल उठाए लौटने लगे
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--सुरेश एस डुग्गर--

जम्मू। आतंकी हमलों और उनके द्वारा सेब की फसल से जुड़े लोगों की हत्याएं किए जाने के बाद हालांकि प्रशासन ने ट्रक चालकों को निर्देश दिया है कि अगर कोई वादी के भीतरी इलाके में जाता है तो दिन ढलने से पहले निकल जाएं। अगर रुकना पड़े तो सुरक्षा शिविर में ही शरण लें। लेकिन ट्रक चालकों को यह आश्वासन आश्वस्त नहीं कर पा रहे हैं और वे आतंकी हमलों से घबरा कर बिना फसल लोड किए ही लौटने लगे हैं।

यही नहीं श्रमिकों की बस्तियों और फ्रूट मंडियों की सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही अंदरुनी इलाकों की सड़कों पर भी सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ा दी गई है। फ्रूट मंडियों, ट्रक अड्डों के आसपास सीआरपीएफ व अन्य केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। राज्य प्रशासन ने वादी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उसे नए सिरे से चाक चौबंद किया है।

पिछले पांच दिनों में कश्मीर में हुई पांच आतंकवादी घटनाओं ने एक बार फिर कश्मीर में दहशत का माहौल व्याप्त कर दिया है। तीन प्रवासी लोगों की हत्या और गत रात सेब की पेटियों को आग के हवाले करने की घटना के बाद घाटी में मौजूद बाहरी लोगों व ट्रक चालकों में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है। हालांकि राज्य सरकार ने अन्य राज्यों के ट्रक चालकों, श्रमिकों और सेब व्यापारियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया है। ट्रक चालकों को सुरक्षाबलों के शिविर में जाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा फ्रूट मंडी परिसर में भी ठहरने की हिदायत दी गई है। हाईवे पर भी उन्हें निर्धारित स्थानों पर ही रुकने के लिए कहा गया है।

कल देर रात आतंकवादियों ने शोपिया फ्रूट मंडी में सेब पेटियों में आग लगा दी। हालांकि इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो सिर्फ जिला शोपियां में ही इस समय अन्य राज्यों के करीब पांच सौ ट्रक चालक हैं। इन्हें बस स्टैंड, फ्रूट मंडी और जिला उपायुक्त कार्यालय परिसर में रखा गया है। करीब दो दर्जन से ज्यादा ट्रकों को शोपियां में एक सुरक्षा शिविर में ले जाया गया है, जबकि अगलर फ्रूट मंडी में लगभग एक दर्जन ट्रक चालकों को रखा गया है। अनंतनाग में भी सभी ट्रक चालकों, श्रमिकों की बस्तियों व फ्रूट मंडियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

जिला उपायुक्त शोपियां यासीन चौधरी ने कहा कि हमने अन्य राज्यों के ट्रक चालकों को अगलर फ्रूट मंडी में जमा होने के लिए कहा है। यह सुरक्षित जगह है। मंडी में जिले के विभिन्न हिस्सों से किसान और सेब व्यापारी छोटे वाहनों में सेब लेकर आराम से आ सकते हैं


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