हार के डर से नफरत का जहर घोल रहे हैं मोदी : कांग्रेस
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आजमगढ़ में आज के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वह अगले चुनाव में हार के डर से समाज में नफरत का जहर घोलने में लग गए हैं

नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आजमगढ़ में आज के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वह अगले चुनाव में हार के डर से समाज में नफरत का जहर घोलने में लग गये हैं।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां एक बयान में कहा, “हार के डर से अपना आपा खोए श्री मोदी आज पसीना पोंछ-पोंछ कर समाज में नफरत एवं बंटवारे का जहर घोलते नजर आए। सच तो यह है कि कांग्रेस पार्टी एवं श्री राहुल गांधी से बदले की आग में वो धृतराष्ट्र की तरह अंधे हो चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि जुमलों की किश्ती में सवार श्री मोदी अपनी नाकामियों के चलते घबरा और बौखला गए हैं। वह प्रधानमंत्री पद की मर्यादा को दरकिनार कर श्री गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम पर देश को बरगला और बहका रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि लोग उनसे ये सुनना चाहते थे कि 80 लाख करोड़ का कालाधन विदेशों से वापस कब आएगा, 15-15 लाख रुपये खातों मे कब जमा करवाये जायेेंगे, सालाना दो करोड़ रोजगार कब मिलेंगे, डीजल और पैट्रोल के दाम कब घटेंगे, किसान को न्याय कब मिलेगा, दलितों पर अत्याचार कब थमेगा, सीमा पर प्रहार और नारी पर वार कब रुकेगा तथा अच्छे दिन कब आयेंगे।
उन्होंने कहा, “पर अब लगता है कि अच्छे दिन तब आयेंगे, जब मोदी जी सत्ता से जायेंगे।”
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुये श्री मोदी ने कांग्रेस पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की है। मैंने अखबार में पढ़ा, कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है। मैं कांग्रेस पार्टी के नामदारों से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस क्या सिर्फ मुस्लिम पुरुषों की पार्टी है या मुस्लिम महिलाओं की भी पार्टी है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “तीन तलाक को कई इस्लामी देशों ने भी मान्यता नही दी है। मुस्लिम महिलाओं के प्रति इस संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस के रवैये ने इसकी पोल खोल दी है। एक तरफ जहां केंद्र सरकार महिलाओं के जीवन को आसान बनाने के लिए प्रयास कर रही है, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मिलकर महिलाओं और विशेषकर मुस्लिम बहनों-बेटियों के जीवन को और संकट में डालने का काम कर रहे हैं।”


